मैपकास्ट में फर्जीवाड़ा

मैपकास्ट में फर्जीवाड़ा

भोपाल [ महामीडिया] विवादों में रहने वाला मप्र विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद (मैपकास्ट) में बड़े स्तर का फर्जीवाड़ा सामने आया है। संस्थान में पदस्थ अधिकारियों ने शासन के टेंडर नियमावली की शर्तों का सीधा उल्लंघन करते हुए 7 साल पुराने टेंडर पर सुरक्षा और हाउस कीपिंग पर 1.5 करोड़ रुपये सालाना भुगतान किया जा रहा है। बताया जाता है कि इस पर मेपकास्ट के वित्तीय अधिकारी भी आपत्ति जता चुके हैं, लेकिन फर्जीवाड़ा रोकने की कोशिश नहीं की गई।  
 मेपकॉस्ट में हमेशा किसी न किसी मामले को लेकर बराबर विवाद बना रहता है। अब सुरक्षा और हाउस कीपिंग के काम में शासन के टेंडर की शर्तों के उल्लंघन का मामला सामने आया है। मेपकॉस्ट में सात साल पुराने टेंडर पर ही सुरक्षा और हाउस कीपिंग पर 1.5 करोड़ रुपये सालाना भुगतान किया जा रहा है। जबकि टेंडर की शर्तों के अनुसार 2019 में नया टेंडर आमंत्रित करना था। मेपकॉस्ट में सुरक्षा एवं हाउस कीपिंग कार्य के  ठेकेदारों को लगातार 2017 के पुराने अनुबंध पर ही भुगतान हो रहा है। यह शासन के टेंडर नियमावली की शर्तों का सीधा उल्लंघन है। इस पर मेपकास्ट के वित्तीय अधिकारी भी आपत्ति जता चुके हैं।

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