
सुप्रीम कोर्ट ने आपराधिक कानून के दुरुपयोग पर दस लाख का जुर्माना लगाया
मुंबई [महामीडिया ] आपराधिक कानून के दुरुपयोग के विरुद्ध कड़ा रुख अपनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने 18 जुलाई को शिकायतकर्ता को दीवानी विवाद में झूठी और निराधार FIR दर्ज कराने के लिए कड़ी फटकार लगाई। अदालत ने शिकायतकर्ता पर दस लाख का जुर्माना लगाया और निर्देश दिया कि यह राशि अपीलकर्ताओं के बैंक खाते में जमा की जाए। अदालत यह जानकर हैरान रह गई कि अपीलकर्ता महिला को "ऐसे आरोपों के लिए गिरफ्तार किया गया और आठ दिनों तक पुलिस हिरासत में अपमानित किया गया जिनमें किसी भी तरह के अपराध का कोई तत्व नहीं था संज्ञेय अपराध की तो बात ही छोड़िए।" यह सराहनीय निर्णय जस्टिस विक्रम नाथ और जस्टिस संदीप मेहता की खंडपीठ ने दिया ।