माँ सरस्वती का प्रकट उत्सव 26 जनवरी को
नई दिल्ली [ महा मीडिया ] गुरुवार, 26 जनवरी को माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी है, इसे बसंत पंचमी कहा जाता है। इस दिन देवी सरस्वती का प्रकट उत्सव मनाते हैं। जीवन में सुख-शांति और सफलता की कामना से सरस्वती जी का पूजन किया जाता है। इस दिन शिक्षा से जुड़ी चीजें दान करनी चाहिए। शिव जी की इच्छा से ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी। उस समय देवी आद्यशक्ति ने खुद को पांच स्वरूप में बांटा था। ये पांच स्वरूप हैं दुर्गा, सरस्वती, सावित्रि, पद्मा और राधा। इनमें देवी सरस्वती को विद्या की देवी माना जाता है, इन्हें वाक, वाणी, गिरा, भाषा, शारदा, वाचा, धीश्वरी, वाग्देवी आदि नामों से भी जाना जाता है।