भेड़ाघाट और न्यू भेड़ाघाट में गोरखधंधा उफान पर

भेड़ाघाट और न्यू भेड़ाघाट में गोरखधंधा उफान पर

भोपाल  [ महामीडिया] भेड़ाघाट, धुंआधार, न्यू भेड़ाघाट के ग्राम गोपालपुर में आने वाले कई ऐसे रिसोर्ट हैं, जिन्होंने प्रशासन, शासन से लेकर नगर निगम, नगर परिषद, फायर, प्रदूषण, पर्यटन विभाग समेत कई जगहों से निर्माण के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र nले ली। यहां तक की अवैध निर्माण के लिए कई ऐसे प्रोजेक्ट बनाए गए, जिसमें पर्यटन, पर्यटक का हवाला देकर इनकी एनओसी ली, लेकिन निर्माण होने के बाद यह यह दोनों से दूर हो गए गोपालपुर ग्राम धुंआधार से 100 मीटर की परिधि में बने किंग आफ क्लाउड रिसोर्ट में भी यही हुआ। इस रिसोर्ट के लिए लगभग 40 एनओसी की जरूरत थी, जिसमें पर्यटन विभाग से लेकर फायर, सेफ्टी समेत मध्यप्रदेश और केंद्र सरकार स्तर पर लगभग 38 एनओसी ले ली गई। अवैध निर्माण के बाद भी एनओसी लेने में किसी तरह की परेशानी नहीं आई, लेकिन जब मामला जिला प्रशासन के पास अंतिम स्वीकृति के लिए पहुंचा तो इसे रोक दिया गया। किंग आफ क्लाउड रिसोर्ट में पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए गोरखपुर तहसीलदार ने स्टेट आर्डर जारी किया, बावजूद इसके रिसोर्ट बनकर तैयार हो गया, लेकिन अब कलेक्टर के जांच के आदेश के बाद इसके निर्माण के लिए ली गई एनओसी और जमीन अधिगृहण से जुड़े तथ्यों की जांच होगी। वहीं इसमें जिन विभाग और अधिकारियों ने इसे एनओसी ली, उसकी भी सहभागिता देखी जाएगी। दूसरी ओर मंगलवार को गोरखपुर तहसीलदार रश्मि चौधरी ने इस मामले में नोटिस जारी की जमीन के मालिक को बयान देने बुलाया है वहीं संचालकों से स्टेट के बाद निर्माण की वजह पूछी गई है। हालांकि इसकी जांच करने वाले अधिकारी, इसे कितनी गंभीरता से लेते हैं, यह भी जांच का विषय है।नर्मदा तट के 300 मीटर के दायरे में अवैध निर्माण रूकने का नाम नहीं ले रहे। हालात यह है कि भेड़ाघाट में सबसे ज्यादा अवैध निर्माण 2008 के बाद हुए। इनका निर्माण करने वालों में न सिर्फ रिसोर्ट के मालिक, राजनेता बल्कि जिन्हें अवैध निर्माण रोकने की जिम्मेदारी दी है, उन्होंने भी अवैध निर्माण कर दो से तीन मंजिल मकान तान दिया। ऐसे ही एक मामला नगर परिषद भेड़ाघाट का है। यहां के एक शासकीय कर्मचारी ने घर की मरम्मत के नाम पर तीन मंजिल मकान तान दिया। इसकी जानकारी तक परिषद को लगी तो सीएमओ ने उन्हें नोटिस जारी कर जवाब मांगा। जवाब में उन्होंने घर की मरम्मत का हवाला देकर निर्माण कर लिया। परिषद प्रशासन के मुताबिक अब तक 25 से ज्यादा लाेगों को अवैध निर्माण करने के लिए नोटिस दिया गया। भेड़ाघाट एक रमणीय पर्यटन स्थल है। चौसठ योगिनी मंदिर इसके समीप स्थित है। धुआंधार जलप्रपात, भेड़ाघाट के निकट एक आकर्षक पर्यटन स्थल है। नर्मदा नदी के दोनों तटों पर संगमरमर की सौ फुट तक ऊँची चट्टानें भेड़ाघाट की खासियत हैं

 

 

 

 

 

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