अंटार्कटिका  के ताजा गिरी बर्फ में मिला माइक्रोप्लास्टिक

अंटार्कटिका  के ताजा गिरी बर्फ में मिला माइक्रोप्लास्टिक

भोपाल [ महामीडिया] वैज्ञानिकों को हाल ही में अंटार्कटिका पर हुई बर्फबारी में माइक्रोप्लास्टिक के कण मिले हैं, जिसे दुनिया के लिए बड़ा संकट बताया जा रहा है। दरअसल अंटार्कटिका पर यदि माइक्रोप्लास्टिक बर्फ के साथ पहुंच रहा है और भविष्य में इसकी रफ्तार बढ़ती है तो बर्फ के पिघलने की गति तेज हो सकती है, जो धरती के पर्यावरण के लिए बिल्कुल भी अनुकूल नहीं है। अंटार्कटिक क्षेत्र के लिए एक गंभीर खतरे पैदा हो सकता है। माइक्रोप्लास्टिक (चावल के दाने की तुलना में बहुत छोटे प्लास्टिक के टुकड़े) का पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। यह जीवों में और मनुष्यों पर भी विकास, प्रजनन और सामान्य जैविक कार्यों को सीमित करता है।अंटार्कटिका के अलग अलग क्षेत्रों में करीब 19 साइटों से बर्फ के नमूने इकट्ठा किए और जब जांच की तो उनमें माइक्रोप्लास्टिक की उपस्थिति पाई गई। शोध में पता चला कि वायुमंडलीय मॉडलिंग ने संकेत दिया कि माइक्रोप्लास्टिक्स ने हवा के माध्यम से हजारों किलोमीटर की यात्रा की। साथ ही यह भी आशंका है कि माइक्रोप्लास्टिक इंसानों की मौजूदगी से अंटार्कटिका में आया हो।
 

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