भारत के पास इतना थोरियम है कि विदेशों में निर्यात किया जा सकता है -डा. काकोडकर
नई दिल्ली [ महामीडिया] देश को अब ऊर्जा के नवीन स्रोत के बारे में विचार करना चाहिए। इलेक्ट्रिक वाहन इस दिशा में एक कदम है। मगर हमें नई तकनीक को स्वयं इजाद करना और अपनाना होगा। देश की जरूरतों के अनुसार वर्तमान पारंपरिक ईंधन पर्याप्त नहीं हैं । देश में इतना थोरियम है कि हम विदेश में निर्यात कर सकते हैं। केरल और ओडिशा के समुद्र तट पर जाकर यदि मुट्ठी में रेत उठाएं तो उसमें भी थोरियम मिलता है। परमाणु संयंत्र में ऊर्जा उत्पादन के लिए थोरियम का उपयोग किया जा सकता है । यह कहना है ख्यात परमाणु विज्ञानी डा. अनिल काकोडकर का। राजा रमन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र परिसर में चर्चा करते हुए शुक्रवार को 78 वर्षीय डा. काकोडकर ने यह बात कही ।