दिल्ली में मानव अधिकार क्षमता निर्माण कार्यक्रम
भोपाल [ महामीडिया] मानव अधिकार आयोग, अरुणाचल प्रदेश के अधिकारियों के लिए मानव अधिकारों पर तीन दिवसीय क्षमता निर्माण कार्यक्रम का आयोजन कर रहा है। यह कार्यक्रम सभी के मानवाधिकारों के संरक्षण और संवर्धन के लिए राज्य मानवाधिकार आयोगों की क्षमता निर्माण में मदद करने के लिए आयोग की चल रही पहल का एक हिस्सा है। महासचिवभरतलाल ने इस बात पर ज़ोर दिया कि मानव अधिकार के मुद्दों और उल्लंघनों से निपटने के लिए संवेदनशीलता, तत्परता और जवाबदेही महत्वपूर्ण हैं एनएचआरसी और एसएचआरसी देश में मानव अधिकारों को बेहतर बनाने के लिए एक ढांचे का हिस्सा है। कार्यक्रम को संवादात्मक सत्र के रूप में आयोजित करने के लिये तैयार किया गया है।
इससे पहले, एपीएसएचआरसी के कार्यवाहक अध्यक्ष, श्री बामंग टैगो ने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए एनएचआरसी, भारत को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि एपीएसएचआरसी अपेक्षाकृत एक नया एसएचआरसी है, इसलिए, यह क्षमता निर्माण कार्यक्रम इसके अधिकारियों के लिए, विशेष रूप से एनएचआरसी के पिछले तीन दशकों के अनुभव से मामलों की हैंडलिंग, पंजीकरण तथा निपटान सीखने के मामले में महत्वपूर्ण है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रशिक्षण न केवल एक संगठन के रूप में एसएचआरसी को, बल्कि प्रत्येक प्रतिभागी को व्यक्तिगत रूप से देश में मानवीय मूल्यों और अधिकारों के बारे में उनकी समझ को सुदृढ़ करने में सहायक होगा।
3 दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत में एनएचआरसी के संयुक्त सचिव ने कहा कि यह कार्यक्रम अधिकारियों को लोगों के अधिकारों के संवर्धन एवं संरक्षण हेतु सक्षम बनाएगा। एनएचआरसी के कामकाज से उनका अनुभव जिसमें शिकायतों का पंजीकरण, प्रसंस्करण, पूछताछ/जांच, प्रशिक्षण, अनुसंधान, अंतर्राष्ट्रीय तंत्र, आउटरीच गतिविधियाँ, मीडिया और संचार प्रकाशन आदि शामिल हैं, उन्हें अपने काम को अधिक कुशलता से पूरा करनेतथा प्रभावी ढंग से देश में मानव अधिकारों के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु एक साझा दृष्टिकोण का निर्माण करने में सहायक होगा।
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