भोपाल[ महामीडिया] नर्मदा तटों पर माघ मास की मौनी अमावस्या को पुण्य की डुबकी लगाने अपार श्रद्धालु उमड़ेंगे। माघ माह की अमावस्या को माघ अमावस्या और मौनी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस दिन मौन व्रत करने का विशेष महत्व है। साथ ही भगवान विष्णु और पितरों की पूजा-अर्चना करने का विधान है।मौनी अमावस्या की तिथि की शुरुआत शुरुआत 28 जनवरी को रात 07 बजकर 35 मिनट पर होगी और 29 जनवरी को शाम को 06 बजकर 05 मिनट पर खत्म होगी। इस प्रकार मौनी अमावस्या का पर्व 29 जनवरी को मनाया जाएगा।इस बार मौनी अमावस्या पर त्रिवेणी शुभ योग बन रहा है।