आज समाज के प्रत्येक क्षेत्र को ग्लोबल लीडर की जरूरत : ब्रह्मचारी गिरीश जी

आज समाज के प्रत्येक क्षेत्र को ग्लोबल लीडर की जरूरत : ब्रह्मचारी गिरीश जी

भोपाल [महामीडिया] आज दस दिवसीय महर्षि वैदिक जीवन प्रशिक्षण कार्यक्रम पूर्ण हुआ। पूर्णता कार्यक्रम को संबोधित करते हुए महर्षि विद्या मंदिर विद्यालय समूह के अध्यक्ष वेद विद्या मार्तंड ब्रह्मचारी गिरीश जी ने कहा कि इन दस दिनों में महर्षि जी का ज्ञान आप सभी लोगों को मिला। जैसा कि आप सभी लोगों ने अपने अनुभव साझा करते हुए यह बताया कि आपको यह प्रशिक्षण कार्यक्रम कैसा लगा। यह जीवन में परिलक्षित होना चाहिए। इस संपूर्ण प्रशिक्षण कार्यक्रम को आप सभी को अपने जीवन में उतारना है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से लेकर ग्लोबल प्रशिक्षण कार्यक्रम तक इस लीडरशिप क्वालिटी को आप सभी को बनाए रखना है। एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में यह ज्ञान का प्रवाह निरंतर बने रहना चाहिए। आज हमारी नई पीढ़ी अर्थात समाज को ग्लोबल लीडरों की जरूरत है। इसकी जरूरत कॉर्पोरेट से लेकर चैरिटेबल एवं राजनीतिक दलों तक सभी को सभी क्षेत्रों में है। नई पीढ़ी में इसकी आवश्यकता निरंतर बनी हुई है । इसलिए आप सभी को ग्लोबल लीडर बनना है। ब्रह्मचारी गिरीश जी ने आगे चर्चा करते हुए बताया कि दक्षिण भारत में 13 वर्ष के बच्चे को शंकराचार्य घोषित करने की परंपरा है। इसलिए यदि आप सभी ने एक को साध लिया तो सब कुछ सफल हो जाएगा। वैदिक ज्ञान का क्षेत्र अनंत विस्तारित क्षेत्र है इसलिए इसका ज्ञान अनंत है और इसकी कोई सीमा नहीं है। इसलिए जीवन में जितना ज्ञान अर्जित करना चाहते हैं उसे अर्जित करें । ज्ञान कभी अजीर्ण नहीं होता। उन्होंने इसका उदाहरण देते हुए बताया कि जब हमने महर्षि जी को ज्वाइन किया था तब से लेकर आज तक हम सभी लोग केवल महर्षि ज्ञान में निहित हैं।हम सभी में ब्लाइंड बंधी हुई है इसके बावजूद हम समस्त क्षेत्रों में पृथक-पृथक कार्य कर लेते हैं। क्योंकि इसकी थीम गुरु परंपरा से जुड़ी हुई है। आत्मा और चेतना सबसे बड़ी है। इसको जान लेने से हम सब कुछ जान लेते हैं । इस कार्यक्रम में उपस्थित महर्षि महेश योगी विश्वविद्यालय के पूर्व कुलगुरु प्रोफेसर भुवनेश शर्मा ने ब्रह्मचारी गिरीश जी द्वारा महर्षि विद्या मंदिर विद्यालय के छात्र एवं छात्राओं सहित ध्यान शिक्षकों को बेहतर प्रशिक्षण उपलब्ध करवाने के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए इसे एक महत्वपूर्ण अवसर बताया। इस अवसर पर उन्होंने सभी से भावातीत ध्यान एवं सिद्धि को प्रतिदिन नियमित जीवन का अंग बनाने का आग्रह किया। कार्यक्रम का शुभारंभ महर्षि संस्थान की परंपरा अनुसार गुरु पूजन से प्रारंभ हुआ था इसके बाद प्रशिक्षण में शामिल होने वाले छात्र एवं छात्राओं ने अपने-अपने प्रशिक्षण के अनुभवों को साझा किया। कार्यक्रम के अंत में सभी प्रशिक्षण में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं एवं ध्यान शिक्षकों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र प्रदाय किए गए। इस 10 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ महर्षि सेंटर फॉर एजुकेशनल एक्सीलेंस, लांबाखेड़ा भोपाल में नौ मई से प्रारंभ होकर आज समाप्त हुआ। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 145 से अधिक महर्षि विद्या मंदिर विद्यालयों के छात्र एवं छात्राओं सहित ध्यान शिक्षकों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। इस अवसर पर महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति भुवनेश शर्मा, महर्षि विद्या मंदिर विद्यालय समूह के निदेशक संचार एवं जनसंपर्क विजय रत्न खरे, महर्षि विद्या मंदिर विद्यालय समूह की संयुक्त निर्देशिका श्रीमती आर्या नंद कुमार, महर्षि ध्यान एवं सिद्धि कार्यक्रम के राष्ट्रीय समन्वयक राम विनोद गौर एवं महा मीडिया पत्रिका के संपादक नीतेश परमार मंच पर उपस्थित थे।

 

 

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