आज स्कंदमाता की पूजा 

आज स्कंदमाता की पूजा 

भोपाल [ महामीडिया] आज मां दुर्गा के 5 वें स्वरूप यानी मां स्कंदमाता की पूजा विधि विधान से की जाती है ।भगवान स्कन्द की माता होने के कारण इन्हें स्कंदमाता के नाम से जाना जाता है। देवी स्कंदमाता को सफेद रंग अत्यंत पसंद है, जो शांति और सुख का प्रतीक है ।

भगवान शिव की अर्धांगिनी के रुप में मां ने स्वामी कार्तिकेय को जन्म दिया था। भगवान कार्तिकेय का दूसरा नाम स्कंद है इसलिए मां दुर्गा के इस रुप को स्कंदमाता कहलाया। मां स्कांदमाता की चार भुजाएं हैं। मां भगवान कार्तिकेय को अपनी गोद में लेकर शेर पर सवार रहती है। मां के दोनों हाथों में कमल है। साथ ही स्कंदमाता की पूजा में धनुष बाण अर्पित करने चाहिए।
स्कंदमाता को पीले रंग की वस्तुएं सबसे अधिक प्रिय है। माता को केले का भोग लगाना चाहिए। उन्हें पीले रंग के फूल और फल अर्पित करने चाहिए। 

स्कंदमाता माता की पूजा करने से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है। स्कंदमाता अपने भक्तों के सभी काम बना देती हैं। असंभव से असंभव कार्य उनकी पूजा से पूरे हो जाते हैं।साथ ही व्यक्ति को सभी दुख दर्द से छुटकारा मिलता है। 

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