आज से ज्येष्ठ मास की शुरुआत 

आज से ज्येष्ठ मास की शुरुआत 

भोपाल [ महामीडिया] ज्येष्ठ महीना 6 मई से 4 जून तक रहेगा। इस महीने में पड़ने वाले व्रत और त्योहारों के अनुसार जल और पेड़ पौधों की पूजा भी करनी चाहिए। ग्रंथों में कहा गया है कि ज्येष्ठ मास में तीर्थ स्नान करना चाहिए। साथ ही तिल और जल का दान करें। एक समय भोजन करना चाहिए। ऐसा करने से उम्र बढ़ती है और हर तरह की परेशानियों से मुक्ति मिलने लगती है।ये साल का तीसरा महीना होता है। इस महीने का स्वामी मंगल होता है। इसके आखिरी दिन पूर्णिमा तिथि के साथ ज्येष्ठा नक्षत्र का संयोग बनता है। इसलिए इस महीने को ज्येष्ठ कहा जाता है। प्राचीन काल गणना के अनुसार इस महीने में दिन बड़े होते हैं और इसे अन्य महीनों से बड़ा माना गया है। जिसे संस्कृत में ज्येष्ठ कहा जाता है। इसलिए इसका नाम ज्येष्ठ हुआ। इस महीने में ग्रंथों के अनुसार कार्य करने पर महापुण्य की प्राप्ति होती है। 

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