
चातुर्मास 6 जुलाई से प्रारंभ होंगे
भोपाल [महामीडिया] इस वर्ष चातुर्मास 6 जुलाई को देवशयनी एकादशी से शुरू होगा और 1 नवंबर को देवउठनी एकादशी जिसे प्रबोधिनी एकादशी भी कहते हैं के साथ समाप्त होगा। हिन्दू धर्म ग्रंथ में चातुर्मास के दौरान भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाते हैं यानी जगत के पालन हार की अनुपस्थिति का मतलब है शुभ कार्य में दैवीय आशीर्वाद नहीं मिल पाना। ऐसे में कार्य सफल नहीं हो पाते यही कारण है की इस दौरान कोई मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। आषाढ़ शुक्ल एकादशी 6 जुलाई को है इसलिए इस वर्ष चातुर्मास 6 जुलाई रविवार से शुरू होगा।चातुर्मास के पहले दिन 4 शुभ योग बनेंगे ।