उज्जैन [ महामीडिया] आज रात 11 बजे भगवान महाकाल की सवारी निकाली जाएगी। मध्य रात्रि को द्वारकाधीश गोपालजी के आंगन में महादेव पहुंचेंगे। यहां शिव भगवान विष्णु को सृष्टि का भार सौपेंगे। आज मध्य रात्रि भगवान महाकाल और गोपालजी का मिलन होगा। गोपाल जी को बिल्व पत्र तो महाकाल भगवान को तुलसी की माला अर्पित की जाएगी। देर रात सवारी पुन: महाकाल मंदिर पहुंचेगी।वामन अवतार के समय भगवान विष्णु ने राजा बलि को उनका आतिथ्य स्वीकार करने का वचन दिया था। धर्मशास्त्र की मान्यता के अनुसार उसी वचन को निभाने के लिए भगवान विष्णु चातुर्मास के चार माह पाताल लोक में राजा बलि के यहां अतिथि बनकर व्यतित करते हैं, इस दौरान सृष्टि के संचालन का भार भगवान शिव के हाथ में रहता है।