
G7 सम्मेलन में मोदी ने सात राष्ट्रपतियों को उपहार दिए
भोपाल [महामीडिया] G7 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए कनाडा गए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्राजील, दक्षिण अफ्रीका, मैक्सिको, दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपतियों को कई उपहार दिए। इनमें सभी भारत के विभिन्न राज्यों के हस्तशिल्प के बेहतरीन नमूने थे। मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को डोकरा नंदी गिफ्ट दिया। इसे हजारों साल पुरानी लॉस्ट वैक्स धातु ढलाई तकनीक से बनाया गया है और तमिलनाडु में तैयार किया गया था। इसे डोका आर्ट कहा जाता है।
मोदी ने जर्मनी के चांसलर फ्रीडरिक मर्ज को कोणार्क चक्र की बलुआ पत्थर की प्रतिकृति भेंट की। यह प्रसिद्ध कोणार्क के सूर्य मंदिर से प्रेरित कलाकृति है।
मोदी ने ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज को एक कोल्हापुरी चांदी का बर्तन भेंट किया। इसे महाराष्ट्र के कोल्हापुर में बनाया जाता है। यह शहर अपनी समृद्ध चांदी की कारीगरी की परंपरा के लिए प्रसिद्ध है।
मोदी ने कनाडा के पीएम मार्क कार्नी को पीतल का बोधिवृक्ष दिया। इसे बिहार के स्थानीय कलाकारों ने बनाया है। यह बुद्ध को बोधगया में बोधिसत्व की प्राप्ति का प्रतीक है।
मोदी ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति लीजे म्युंग को एक मधुबनी पेंटिंग भेंट की। मधुबनी चित्रकला जिसे मिथिला कला भी कहा जाता है जो भारत के बिहार की पारंपरिक कला शैली है।
मोदी ने मेक्सिको की राष्ट्रपति क्लाउडिया शाइनबॉम पर्डो को एक वारली पेटिंग गिफ्ट में दी। वारली चित्रकला महाराष्ट्र के वारली जनजाति की पारंपरिक आदिवासी कला है।
मोदी ने ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला दा सिल्वा को बांस और कुटेला (केन) की बनी नाव कोन स्वान (हंस) की मूर्ति दी। यह मेघालय की हस्तनिर्मित शिल्पकला की मिसाल है।
मोदी ने दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा को दोकड़ा (डोक्रा) शैली का पीतल का घोड़ा गिफ्ट किया। इसे ‘लॉस्ट-वैक्स तकनीक से छत्तीसगढ़ के हस्तशिल्प कारीगरों ने तैयार किया।