माँ सरस्वती की पूजा का पर्व बसंत पंचमी
भोपाल [महामीडिया] बसंत पंचमी का त्योहार ज्ञान, कला और संगीत की देवी माँ सरस्वती को समर्पित है। यह पर्व न केवल वसंत ऋतु के आगमन का प्रतीक है, बल्कि शिक्षा, विद्या का उत्सव भी है।बसंत पंचमी हिंदुओं के प्रमुख त्योहारों में से एक है जिसे पूरे देश में बड़ी धूमधाम और भक्ति के साथ मनाया जाता है। इसे वसंत पंचमी और सरस्वती पूजा के नाम से भी जाना जाता है। यह दिन ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा के लिए समर्पित है। यह पर्व वसंत ऋतु की शुरुआत का भी प्रतीक है। बसंत पंचमी का पर्व मुख्य रूप से उत्तर भारत में बड़े उत्साह और उमंग के साथ मनाया जाता है। इस साल यह पर्व 2 फरवरी को मनाया जाएगा बसंत पंचमी के दिन सुबह उठकर स्नान करें। फिर देवी सरस्वती के सामने घी का दीपक जलाएं फिर इस मंत्र का ''ॐ अर्हं मुख कमल वासिनी पापात्म क्षयम्कारी, वद वद वाग्वादिनी सरस्वती ऐं ह्रीं नमः स्वाहा का 21 बार जाप करें।