राजस्थान का मेनार और खींचन गांव रामसर साइट घोषित

राजस्थान का मेनार और खींचन गांव रामसर साइट घोषित

भोपाल [महामीडिया] भारत के पर्यावरण संरक्षण प्रयासों को एक महत्वपूर्ण बढ़ावा देते हुए राजस्थान के दो आर्द्रभूमियो खीचन (फालोदी) और मेणार (उदयपुर) को अंतरराष्ट्रीय महत्व की रामसर साइटों की सूची में शामिल किया गया है। इस घोषणा के साथ भारत की कुल रामसर साइटों की संख्या बढ़कर 91 हो गई है। यह घोषणा विश्व पर्यावरण दिवस 2025 की पूर्व संध्या को की गई जो भारत की महत्वपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्रों की रक्षा की प्रतिबद्धता को दर्शाती है और वैश्विक सतत विकास लक्ष्यों के अनुरूप है।

रामसर साइट्स क्या होती हैं ? 
रामसर साइट ऐसी आर्द्रभूमि होती है जिसे अंतरराष्ट्रीय महत्व की मान्यता मिली होती है।

यह मान्यता 1971 में ईरान के रामसर शहर में हस्ताक्षरित रामसर सम्मेलन के तहत दी जाती है।

इसका उद्देश्य आर्द्रभूमियों के संरक्षण और विवेकपूर्ण उपयोग को बढ़ावा देना है स्थानीय, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सहयोग के माध्यम से।

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