
लहसुन एक सदाबहार आयुर्वेदिक औषधि
मैहर आमतौर पर हम लहसुन का प्रयोग सब्जी और दाल में तड़का लगाने के लिए करते हैं लेकिन आयुर्वेद में लहसुन का इस्तेमाल औषधि के रूप में किया जाता है। इसके सेवन के कई अचूक फायदे होते हैं लेकिन इसे उचित मात्रा में लेना चाहिए। आयुर्वेद में लहसुन का प्रयोग कर कई बीमारियों का इलाज किया जाता है। औधषि और सब्जियों के अलावा आप लहसुन का अचार भी बना सकते हैं। जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी बहुत लाभकारी होता है।लहसुन एंटीसेप्टिक, एंटीआक्सीडेंट, एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल, और एंटीफंगल गुणों से समृद्ध है। आप इसका प्रयोग कई तरह से कर सकते हैं। लहसुन में मौजूद ऑर्गेनो-सल्फर सेरेब्रम ट्यूमर में जोखिम भरी कोशिकाओं में से एक को नष्ट करने में मदद करता है। लहसुन को खासतौर पर प्रोस्टेट और ब्रेस्ट कैंसर से बचाने वाला फूड माना जाता है। इसकी गंध कैंसर और हृदय रोग के लिए एक सुरक्षा कवच के तौर पर काम करती है। जो लोग हर हफ्ते लहसुन की कच्ची कलियों का सेवन करते हैं उनके फेफड़े सही तरह से विकसित होते हैं। हालांकि, कई लोग लहसुन को कच्चा या सब्जी में खाना पसंद नहीं करते, इसलिए वे इसे आचार के तौर पर खा सकते हैं। अध्ययनों से पता चला है कि फेफड़ों की खराबी के लिए लहसुन एक रसायन-निवारक विशेषज्ञ के रूप में काम कर सकता है। लहसुन के सेवन से जोड़ों के दर्द में काफी आराम मिलता है। विशेषज्ञों का भी कहना है कि लहसुन में कई ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो जोड़ों के दर्द में फायदेमंद होते हैं। रोजाना इसके सेवन से जोड़ों के दर्द और सूजन की शिकायत होने का जोखिम कम हो सकता है। आप कच्चे लहसुन, नमकीन लहसुन, या लहसुन की गोलियां खाकर जोड़ों की सूजन को कम कर सकते हैं। सर्दी-जुकाम और अन्य बीमारियों के खतरे को कम करने के लिए आप लहसुन के अचार को भी औषधि के तौर पर खा सकते हैं। यदि आपको सर्दी-जुकाम की समस्या है, तो आपको लहसुन की आवश्यकता हो सकती है! कैंसर की रोकथाम करने वाले एजेंट यानी लहसुन की नमकीन का सेवन कर सर्दी को कम कर सकते हैं। इसमें हीट पैदा करने वाले गुण होते हैं। लहसुन के सेवन से आप अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत रख सकते हैं। इसके अतिरिक्त ये आपकी आंखों के लिए भी फायदेमंद है। लहसुन के अचार में अधिक मात्रा में बीटा कैरोटीन मौजूद होता है जो आंखों के लिए अच्छा माना जाता है लहसुन प्याज की जाति की वनस्पति है। इस वनस्पति में एक तीव्र गंध होती है जिसके कारन इसे एक औषधि का दर्जा दिया गया है। दुनियाभर में लहसुन का उपयोग मसाले, चटनी, सॉस, अचार तथा दवाओ के तौर पर किया जाता है। लहसुन का उष्मांक मूल्य 145 है।
वैज्ञानिक नाम- अलीयम सॅटीवेम
संस्कृत नाम - लशुन
अंग्रेजी नाम- Garlic
100 ग्राम अच्छे लहसुन में निम्नलिखित विशेषताएँ होती हैं-
पानी - 62%
प्रोटीन्स - 6.3%
श्वेतसार -29.8%
खनिज - 02%
रेशे - 0.8%
वसा -0.2%
कैल्शियम - 30 मि.ग्राम
फॉस्फोरस -329 मि.ग्राम
लोह -2.3 मि. ग्राम
विटामिन -23 मिली ग्राम
विटामिन बी काम्प्लेक्स - अल्प मात्रा
लहसुन के 6 फायदे-
सांस के विकार (दमा)
पाचन विकार
उच्च रक्त चाप
हृदय रोग
कैंसर
त्वचा विकार
लहसुन दमा के रोगियों के लिए अत्यंत लाभदायक साबित हो सकता है। सांस आसानी से चले, इसलिये लहसुन की एक पंखुडी गर्म करके नमक के साथ खाये। दमा कम होने लिये एक प्याली गर्म पानी में दो चम्मच शहद और 10 बूँद लहसुन का रस लीजिये। सोने से पूर्व लह्सून की 3 कलियाँ दूध में उबालकर लेने से रात में दमा की तकलीफ काफी हद तक कम हो सकती है। दमा से आराम पाने के लिये एक लहसुन बारीक पीस कर 120 मिली माल्ट विनेगर में डाल कर उबाल लीजिये। ठंडा होने के बाद छानकर, उतनी ही मात्रा में शहद मिलाकर तैयार करें। यह रसायन 2 चम्मच मेथी के अर्क के साथ सोने से पूर्व लें। न्युमोनिया में आराम पाने के लिये एक लिटर पानी में एक ग्राम लहसुन और 250 मिली दूध डालकर उबालें । एक चौथाई होने तक उबालते रहें । यह दूध दिन में तीन बार लें। क्षय रोग में आराम पाने के लिये लहसुन दूध में उबाल कर लेना चाहिये।