सुरक्षा परिषद ने अमरीकी प्रस्ताव का समर्थन किया
नई दिल्ली (महामीडिया): संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इजरायल और गाजा के बीच युद्ध विराम के लिए अमरीका की ओर से प्रस्तावित योजना का अनुमोदन कर दिया है। इस प्रस्ताव के अंतर्गत पूरी तरह से युद्ध विराम, हमास की ओर से बंधक बनाए गए लोगों की रिहाई, मारे गए बंधकों के अवशेषों की वापसी और फिलिस्तीनी कैदियों की अदला-बदली के लिए शर्तें निर्धारित की गई हैं। अमरीका सहित सुरक्षा परिषद के 15 में से 14 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में मत दिया जबकि रूस बैठक से बाहर रहा। प्रस्ताव में कहा गया है कि इजरायल ने युद्ध विराम के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। सुरक्षा परिषद ने हमास से भी इस पर सहमति प्रदान करने की अपील की है।
इस योजना के अंतर्गत तीन चरण होंगे। इसका समापन गाजा में व्यापक पुनर्निर्माण के साथ होगा जहां संघर्ष के दौरान बड़े पैमाने पर तबाही हुई। योजना के पहले चरण में बंधकों और कैदियों की अदला बदली और छोटी अवधि के लिए युद्ध विराम पर ध्यान दिया जाएगा। अमरीका के प्रस्ताव के मसौदे के अनुसार, इसके दूसरे चरण में युद्ध संबंधी हिंसा पर पूरी तरह से रोक के साथ गाजा से इजरायली सेनाओं की पूर्ण वापसी की बात शामिल की गई है। तीसरा चरण दीर्घकालिक दृष्टिकोण पर केंद्रित होगा जिसके तहत गाजा में कई वर्षों तक चलने वाले पुनर्निर्माण की शुरूआत की जाएगी।
यह प्रस्ताव अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के उस बयान के कई सप्ताह बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि इजरायल तीन चरणों की योजना पर सहमत है जिसके परिणामस्वरूप गाजा में स्थाई युद्ध विराम होगा। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सार्वजनिक तौर पर प्रस्ताव के कुछ भागों का विरोध किया था और बार बार कहा था कि जब तक हमास पूरी तरह से बर्बाद नहीं हो जाता तब तक सैन्य कार्रवाई की उनकी योजना चलती रहेगी।
7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इस्राइल में हमास के हमले के बाद युद्ध शुरू हुआ था। इसमें लगभग 1200 लोग मारे गए थे और 251 लोगों को बंधक बना लिया गया था।