महिलाओं और दिव्यांगों के लिए समावेशी बुनियाद की वकालत 

महिलाओं और दिव्यांगों के लिए समावेशी बुनियाद की वकालत 

भोपाल [ महामीडिया] चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने बुधवार को महिलाओं और दिव्यांगों सहित सभी के लिए अदालतों में अनुकूल बुनियादी ढांचे का आह्वान किया। तेलंगाना हाइकोर्ट के नए भवन की आधारशिला रखते हुए चीफ जस्टिस ने कहा कि हाइकोर्ट भवन विचारों, मूल्यों, अधिकारों, कर्तव्यों और दायित्वों के लिए एक सार्वजनिक स्थान है । उन्होंने "हम अलग-अलग विचारधाराओं, क्षेत्रों, संस्कृतियों, पृष्ठभूमि और धर्मों से संबंधित हो सकते हैं, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण बात जो हमें वकीलों के रूप में अलग करती है, वह है भारत में महान समन्वय परंपरा, जो कि हम अपने जन्मचिह्नों से ऊपर उठते हैं, जो हमारे अस्तित्व को परिभाषित करता है। हमारे जन्मचिह्न हमारे अस्तित्व का कारण हैं, लेकिन वकील और न्यायाधीश के रूप में हम उन जन्मचिह्नों से ऊपर उठते हैं, हमारी सार्वभौमिक पहचान, जो एक ढांचे में न्याय की खोज है और जो कानून के शासन द्वारा शासित है।

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