मकर संक्रांति पर्व कल
भोपाल [ महामीडिया] मकर संक्रांति पर्व पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाता है। यह पर्व सूर्य के मकर राशि में प्रवेश और उत्तरायण के आरंभ का प्रतीक है। इसे नई फसल के आगमन का उत्सव भी माना जाता है और भारत के विभिन्न क्षेत्रों में इसे अलग-अलग नामों से जाना जाता है।मकर संक्रांति नई फसल के आगमन का प्रतीक है। इस दिन किसान अच्छी फसल के लिए सूर्य देव को धन्यवाद अर्पित करते हैं। सूर्य देव की पूजा का विशेष महत्व है, जिन्हें सभी जीवों का जीवनदाता माना जाता है। इस वर्ष मकर संक्रांति का पुण्य काल 14 जनवरी को सुबह 9 बजकर 3 मिनट पर शुरू होगा, जब सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करेंगे।
ब्रह्म मुहूर्त: सुबह 05 बजकर 27 मिनट से 06 बजकर 21 मिनट तक
पुण्यकाल: सुबह 9 बजकर 3 मिनट से शाम 05 बजकर 46 मिनट तक
महापुण्य काल: सुबह 9 बजकर 3 मिनट से सुबह 10 बजकर 48 मिनट तक
इन मुहूर्तों में स्नान, दान और पूजा करने से विशेष फल मिलता है।