श्रृंगार के साथ नागा संन्यासियों ने अमृत स्नान किया

श्रृंगार के साथ नागा संन्यासियों ने अमृत स्नान किया

प्रयागराज [ महामीडिया] पूरे शरीर पर भभूत, आंखों में सूरमा, हाथों में चिमटा, डमरू, त्रिशूल और कमंडल लेकर हर-हर महादेव का उद्घोष करते हुए नागा संन्यासी संगम पहुंचे। करीब 5 हजार नागा संन्यासी दौड़ते हुए संगम में कूदे और अमृत स्नान किया। स्नान से पहले नागा सन्यासियों ने अपने इष्ट महादेव स्वरूप में तन और मन रूपी 21 तरह के श्रृंगार किए। फिर भगवान गणेश की पूजा की और स्नान के लिए निकले। सबसे पहले नागा संन्यासियों ने पूरे शरीर पर भस्म लगाई। इसके बाद चंदन लगाया। पैर में चांदी के कड़े, जटा को 5 बार घुमाकर सिर में लपेटा। रोली का लेप, अंगूठी, फूलों की माला, माथे पर तिलक, आंखों में सूरमा, लंगोट, हाथों और पैरों में कड़ा और गले में रुद्राक्ष की माला धारण की। हाथों में चिमटा, डमरू, कमंडल लिया। संन्यासियों ने तन पर इतने श्रृंगार के अलावा वचन रूपी भी श्रृंगार किए। महाकुंभ का पहला अमृत स्नान चल रहा है। एक-एक करके 13 अखाड़ों के नागा साधु- संत और महामंडलेश्वर संगम स्नान के लिए जा रहे हैं। सबसे पहले श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाण और श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा के साधु-संतों ने स्नान किया।

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