प्राकृतिक सम्पदा से परिपूर्ण मेघालय का पर्यटन 

प्राकृतिक सम्पदा से परिपूर्ण मेघालय का पर्यटन 

भोपाल [ महामीडिया ] मेघालय पूर्वोत्तर भारत का पर्वतीय राज्य है जो प्राकृतिक सम्पदा से परिपूर्ण है। राज्य की राजधानी शिलांग है जो राज्य के लगभग बीचोंबीच स्थित है और राज्य के सबसे ऊंचे पर्वतों के बीच बसी है। राज्य के बीच खासी पर्वत सबसे विस्तृत हैं, जिनके पूर्वी ओर अपेक्षाकृत छोटे जयन्तिया पर्वत एवं पश्चिमी ओर उससे भी छोटे गारो पर्वत हैं।  बहुत पहले विदेशी पर्यटकों को उन क्षेत्रों में प्रवेश पूर्व अनुमति लेनी होती थी, जिनसे मिल कर अब मेघालय बना है। हालांकि प्रतिबन्ध १९५५ में हटा लिए गए थे। राज्य के पर्वतों, पठारी ऊंची-नीची भूमि, कोहरे व धूंध से भरे इलाकों और नैसर्गिक दृश्यों आदि को देखते हुए मेघालय की तुलना स्कॉटलैण्ड से की जाती रही है।मेघालयी उपोष्णकटिबंधीय वनों में पादप एवं जीव जगत की वृहत किस्में पायी जाती है। 
मेघालय की राजधानी शिलॉन्ग एक खूबसूरत हिल स्टेशन है। इस हिल स्टेशन के चारों तरफ हरियाली देखने को मिल जाती है। सुंदर झरने और ऊंची पहाड़ियां और खूबसूरत जंगल के बीच इस शहर में सभी सुविधाएं भी मिल जाती हैं। यहां प्राकृतिक सुंदरता के बीच सुकून से छुट्टी बिताने के लिए आ सकते हैं।
मेघालय में स्थित डाकी झील अपनी खूबसूरती के लिए दुनियाभर में मशहूर है। इस झील का पानी एक दम कांच की तरह चमकता है और साफ हैं। मानसून के मौसम में डाॅकी झील का नजारा और अधिक खूबसूरत हो जाता है। मानसून में उमंग टोक नदी पर बोट रेस का आयोजन होता है, जिसमें शामिल होकर मन आनंदित हो जाएगा। 
चेरापूंजी दुनियाभर में सबसे अधिक बारिश होने के कारण प्रसिद्ध है। साथ ही यह जगह बेहद हरी भरी और खूबसूरत है, जहां कई झरने हैं। प्रकृति प्रेमियों के लिए यह जगह एकदम परफेक्ट है। चेरापूंजी में पेड़ों की जड़ों से विकसित प्राकृतिक पुल हैं, साथ ही दावकी, नोहकलिकाई, मवस्माई गुफा चेरापूंजी के प्रमुख टूरिस्ट स्पॉट्स हैं।
मेघालय जाएं तो मौसिमराज घूमने जा सकते हैं। बारिश के मौसम का लुत्फ उठाने के लिए यहां आ सकते हैं। मावलिननांग भारत का सबसे सुंदर और साफ सुथरा गांव हैं। आप मानसून के मौसम में मौसिमराज घूमने जा सकते हैं।
मेघालय के खासी हिल्स जिले में एलिफेंट फाॅल है। यह जगह पर्यटकों को स्वर्ग की अनुभूति देता है। हाथी की तरह एक पहाड़ी चट्टान से झरना गिरने का नजारा दिखता है।इसलिए इसे एलिफैंट फाॅल नाम दिया गया। राज्य में २ राष्ट्रीय उद्यान एवं ३ वन्य जीवन अभयारण्य हैं। मेघालय में बहुत से साहसिक पर्यटन जैसे पर्वतारोहण, रॉक क्लाइम्बिंग, ट्रेकिंग, हाइकिंग, गुफा भ्रमण एवं जल-क्रीड़ा के अवसर भी प्रदान करता है। राज्य में कई ट्रेकिंग मार्ग भी उपलब्ध हैं जिनमें से कुछ में तो दुर्लभ जानवरों से भी सामना संभव होता है।

सम्बंधित ख़बरें