भारतीय सिनेमा के इतिहास की पहली फिल्म राजा हरिश्चंद्र
भोपाल [ महामीडिया] भारतीय सिनेमा के इतिहास में साल 1913 में रिलीज हुई फिल्म राजा हरिश्चंद्र को देश की पहली फिल्म कहा जाता है, जिसे दादासाहेब फाल्के ने बनाया था। दादासाहेब फाल्के को फिल्मों का जनक (फादर ऑफ इंडियन सिनेमा) कहा गया, हालांकि इसके एक साल पहले 1912 में बनी एक फिल्म पहले ही ये इतिहास रच चुकी थी। उस फिल्म को बनाया था दादासाहेब तोर्णे ने। फिल्म पहले बनी जरूर, लेकिन इतिहास में इसे न पहली फिल्म माना गया, न बनाने वाले दादासाहेब तोर्णे को फिल्मों का जनक। वजह सिर्फ इतनी रही कि उन्होंने अपनी फिल्म में विदेशियों की मदद ली थी। उन्हें क्रेडिट दिलाने की पहल पहली फिल्म आने के 100 साल बाद शुरू की गई, लेकिन नतीजा उनके पक्ष में नहीं रहा। पहली फिल्म बनाने के साथ-साथ दादासाहेब तोर्णे भारत के पहले एडिटर, डायरेक्टर, एग्जीबिटर और मूवी कैमरा कंपनी के मालिक भी हैं। उनकी मदद से ही भारत में फिल्में बनाने वालों को बढ़ावा मिला था। राजा हरिश्चंद्र 1913 में बनी एक मूक फिल्म है, जिसका निर्देशन और निर्माण दादा साहब फाल्के ने किया था। इसे व्यापक रूप से भारत में बनी पहली पूर्ण लंबाई वाली फीचर फिल्म माना जाता है, और इसका प्रीमियर 3 मई, 1913 को मुंबई (तब बॉम्बे) के कोरोनेशन सिनेमा में हुआ था।2