विटामिन सी और ए का स्रोत है किन्नू का फल
कटनी [ महामीडिया] प्रकृति ने ऐसी व्यवस्था निर्मित की है जिसके तहत मौसम के अनुरूप आने वाले फल-सब्जी का सेवन करने से लाभ ही होता है। इन्हीं में से एक फल है किन्नू। संतरे की तरह नजर आने वाला किन्नू कई गुणों से युक्त होता है। इसमें विटामिन सी और ए दोनों ही पाया जाता है।सर्दी के मौसम में आने वाला यह फल बेशक संतरे से कई गुना खट्टा होता है लेकिन उसके गुण भी कहीं ज्यादा होते हैं। यह फल त्वचा, बाल, रोग प्रतिरोधक क्षमता, दिल, किडनी, आंख के लिए भी अच्छा होता है। किन्नू का सेवन रक्तचाप को संतुलित करता है। किन्नू में वाटर साल्यूबल प्लांट कंपाउंड होता है जो कि हमारे छोटे ब्लड सेल्स को क्रियांवित करने में मदद करता है। इसके अलावा यह बढ़ते रक्त चाप को भी कम करता है। इससे कार्डियोवस्कुलर डिसीस का खतरा भी कम होता है।यह कोलेस्ट्राल का स्तर भी कम करता है। इसका नियमित सेवन दिल के लिए बहुत लाभदायक होता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व बुरे कोलेस्ट्राल को घटाने में मदद करते हैं और अच्छे कोलेस्ट्राल को बढ़ा देते हैं। इससे हृदयघात, लकवा सहित कई गंभीर रोगों का अंदेशा कम हो जाता है। विटामिन सी से भरा होने के कारण इसमें एंटी एजिंग के गुण भी होते हैं।इसके नियमित सेवन से बढ़ती उम्र में होने वाली झुर्रियां भी कम होती हैं। यह फल हड्डी को भी मजबूती प्रदान करता है। विटामिन सी युक्त होने के कारण यह रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है। किन्नू पाचन तंत्र को भी बेहतर रखता है। यह शरीर के विशैले तत्व भी बाहर निकालने में मदद करता है। किन्नू फल को हीलिंग प्रापर्टी का पावर हाउस माना जाता है और इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन सी भी मौजूद होता है। किन्नू का सेवन सेल्स को रिपेयर करने के साथ ही नए सेल्स के विकास में भी मदद करता है।इम्यूनिटी बूस्टर – किन्नू फल को हीलिंग प्रॉपर्टीज़ का पावर हाउस माना जाता है और इसमें प्रचुर मात्रा में विटामिन सी भी मौजूद होता है. विटामिन सी बॉडी को फ्री रेडिकल्स से बचाता है जो कि शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं. इसके साथ ही किन्नू शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में भी मददगार होता है