इस बार दीपोत्सव पर्व छह दिन का होगा
मैहर [ महामीडिया] इस बार दीपावली का त्योहार पांच की बजाय छह दिन का रहेगा। खास बात यह है कि रूप चतुर्दशी व दीपावली एक ही दिन है। दीपावली के अगले दिन सोमवती अमावस्या का संयोग बन रहा है। इसके अगले दो दिन गोवर्धन पूजा व भाईदूज मनाई जाएगी। 10 नवंबर को धनत्रयोदशी के साथ दीपपर्व की शुरुआत होगी तथा 15 नवंबर को भाई दूज के साथ दीपोत्सव का समापन होगा। छह दिवस पर्यंत शुभ मुहूर्त में भगवान धन्वंतरि, कुबेर तथा माता लक्ष्मी का पूजन किया जाएगा। सालों बाद दीपावली के अगले दिन सोमवती अमावस्या का संयोग रहेगा।
10 नवंबर -धन त्रयोदशी
शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 38 मिनिट से सुबह 10 बजकर 48 मिनिट तक। दोपहर 12 बजकर 11 मिनिट से दोपहर 1 बजकर 34 मिनिट तक। शाम 4 बजकर 20 मिनिट से शाम 5 बजकर 48 मिनिट तक। रात 8 बजकर 57 मिनिट से रात 10 बजकर 34 मिनिट तक।
11 नवंबर -रूप चतुर्दशी
चतुर्दशी तिथि 11नवंबर को दोपहर 1बजकर 58 मिनिट से है, इसलिए अभ्यंगन तेल उबटन स्नान 12 नवंबर को होगा।
12 नवंबर - दीपावली
लक्ष्मी पूजन का शुभ समय सुबह 8 बजकर 2 मिनिट से दोपहर 12 बजकर 11 मिनिट तक। दोपहर 1 बजकर 34 मिनिट से दोपहर 2 बजकर 57 मिनिट तक। शाम 5 बजकर 42 मिनिट से रात 10 बजकर 34 मिनिट तक रहेगा।स्थिर वृश्चिक लग्न सुबह 7 बजकर 15 मिनिट से सुबह 9 बजकर 34 मिनिट तक। स्थिर कुंभ लग्न दोपहर 1 बजकर 21 मिनिट से दोपहर 2 बजकर 50 मिनिट तक। स्थिर वृष लग्न शाम 5 बजकर 52 मिनिट से रात 7 बजकर 48 मिनि तक।स्थिर सिंह लग्न रात 12 बजकर 23 मिनिट से रात 2 बजकर 50 मिनिट तक रहेगा।
14 नवंबर - गोवर्धन पूजा
गोवर्धन पूजा अन्नकूट महोत्सव पर पूजन का शुभ समय सुबह 9 बजकर 26 मिनिट से दोपहर 1 बजकर 34 मिनिट तक। दोपहर 2 बजकर 56 मिनिट से शाम 4 बजकर 19 मिनिट तक। रात 7 बजकर 19 मिनिट से रात 8 बजकर 57 मिनिट तक रहेगा।
15 नवंबर - भाई दूज
यह त्योहार भाई बहन के स्नेह का प्रतीक है। इस दिन बहन भाई को भोजन कराती है। पूजन का शुभ समय सुबह 6 बजकर 41 मिनिट से सुबह 9 बजकर 26 मिनिट तक। सुबह 10 बजकर 49 मिनिट से दोपहर 12 बजकर 11 मिनिट तक। दोपहर 2 बजकर 56 मिनिट से शाम 5 बजकर 41 मिनिट तक। रात 7 बजकर 19 मिनिट से रात 12 बजकर 12 मिनिट तक रहेगा।