विश्व छायांकन दिवस 19 अगस्त को
कटनी (महामीडिया) हर साल 19 अगस्त को विश्व छायांकन दिवस मनाया जाता है। फोटोग्राफी एक कला है । फोटोग्राफी के जरिए बिना बोले व्यक्ति से लेकर जीव-जंतुओं तक की भावनाओं को व्यक्त किया जा सकता है । मौन रहकर मुद्दों की वकालत का एक सस्कत माध्यम छायांकन है, जिसे मुद्दों की वकालत के एक टूल्स के रूप में वैश्विक मान्यता दी गई है । इंटरनेशनल पब्लिक एडवोकेसी हैंडबुक में इसे 1991 में शामिल किया गया था । विश्व छायांकन दिवस मनाने की शुरुआत 9 जनवरी, 1839 को फ्रांस में हुई थी। उस समय एक फोटोग्राफी प्रक्रिया की घोषणा की गई थी, जिसे डॉगोरोटाइप प्रक्रिया कहा जाता था और इसी प्रक्रिया को दुनिया की पहली फोटोग्राफी की प्रक्रिया माना जाता है। फ्रांस के जोसेफ नाइसफोर और लुइस डॉगेर ने इसका आविष्कार किया था । इसके बाद 19 अगस्त, 1839 को फ्रांस की सरकार ने इस आविष्कार की घोषणा की और उसका पेटेंट हासिल किया। तब से ही हर साल 19 अगस्त का दिन विश्व छायांकन दिवस के नाम पर मनाया जाने लगा।