
तीरंदाज़ शीतल देवी ने स्वर्ण पदक जीतकर रचा इतिहास
नई दिल्ली [महामीडिया]: अठारह वर्षीय भारतीय बिना बाजू वाली तीरंदाज़ शीतल देवी ने शनिवार को यहाँ पैरा विश्व तीरंदाज़ी चैंपियनशिप में महिलाओं की कंपाउंड व्यक्तिगत वर्ग में स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया। तुर्की की विश्व नंबर 1 ओज़नूर क्यूर गिर्डी को 146-143 से हराकर शीतल ने पैरा विश्व तीरंदाज़ी चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता।
प्रतियोगिता में एकमात्र बिना बाजू वाली तीरंदाज़ शीतल अपने पैरों और ठुड्डी का इस्तेमाल करती हैं और यह चैंपियनशिप में उनका तीसरा पदक था।
इससे पहले उन्होंने टोमन कुमार के साथ मिलकर कंपाउंड स्पर्धा में ग्रेट ब्रिटेन की जोडी ग्रिनहम और नाथन मैकक्वीन को 152-149 से हराकर मिश्रित टीम कांस्य पदक जीता था।
भारत के लिए शनिवार को दो विश्व चैंपियन बने जिससे देश ने अभी तक कुल पांच पदक जीत लिए। शीतल ने दिन में इतिहास रचा, उन्होंने महिलाओं की कंपाउंड व्यक्तिगत स्पर्धा में तुर्किये की दुनिया की नंबर एक पैरा तीरंदाज ओजनूर क्यूर गिर्डी को 146-143 से पराजित कर स्वर्ण पदक जीता।