
21,000 यूक्रेनी बच्चों का अपहरण एक प्रमुख मुद्दा
भोपाल[ महामीडिया ]रूस ने यूक्रेन से अपहरण किए गए 21,000 बच्चों में से अब तक केवल 1,200 को ही लौटाया है। अभी भी 19,546 बच्चों को वापस लाया जाना बकाया है। रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध में साढे तीन साल के दौरान 21,000 से अधिक बच्चों का अपहरण हुआ है और यह बाल अधिकारों का खुल्लम खुल्ला उल्लंघन है। ट्रंप और पुतिन के बीच शांति वार्ता के बीच इस मुद्दे पर ध्यान ना दिया जाना हमारी वैश्विक व्यवस्था में बाल अधिकारों के प्रतिबद्धताओं की ओर ध्यान न दिए जाने की ओर इशारा करती है। अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां भी इस मामले में मूक दर्शक बनी हुई हैं। बच्चों का उपयोग करके नोबेल और अंतरराष्ट्रीय शांति पुरस्कार जीतने वाले भी अंतर्राष्ट्रीय ताकतों के सामने मुंह नहीं खोल पा रहे हैं। यह इस सदी का सबसे बड़ा बाल अधिकार उल्लंघन का मामला है। इस मामले में संयुक्त राष्ट्र ने बच्चों के जबरिया निर्वासन को केवल युद्ध अपराध करार देकर अपनी खानापूर्ति कर ली है। रूस का यह रवैया बाल अधिकारों के अंतरराष्ट्रीय स्वरूप पर कड़ा प्रहार है। हमें इसको रोकने के लिए अपनी-अपनी प्रतिबद्धताओं को दोहराना होगा।