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सतयुग की शुरुआत का प्रतीक आंवला नवमी
भोपाल [महामीडिया] कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को अक्षय नवमी का पर्व मनाया जाता है। इसे आंवला नवमी के नाम से भी जाना जाता है। यह त्योहार देवउठनी एकादशी से दो दिन पहले पड़ता है। ऐसा माना जाता है कि अक्षय नवमी के दिन ही सतयुग की शुरुआत हुई थी। इस दिन किया गया पुण्य अक्षय फल देने वाला माना जाता है। अक्षय नवमी का संबंध आंवले से भी है। इस दिन आंवले का सेवन करना और आंवले के पेड़ के नीचे भोजन बनाकर खाने से अच्छे स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है। कार्तिक के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि की शुरुआत 30 अक्टूबर गुरुवार को सुबह 10 बजकर 06 मिनट से होकर अगले दिन 31 अक्टूबर शुक्रवार को सुबह 10 बजकर 03 मिनट पर नवमी तिथि समाप्त होगी। शास्त्रों के अनुसार उदया तिथि को माना जाता है। इसलिए इस बार अक्षय नवमी 31 अक्टूबर को मनाई जाएगी।