राष्ट्रीय सुशासन दिवस आज

राष्ट्रीय सुशासन दिवस आज

कटनी [महामीडिया] संपूर्ण देश में 25 दिसंबर के दिन राष्ट्रीय सुशासन दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का प्रमुख उद्देश्य विधायिका, कार्यपालिका एवं न्यायपालिका में प्रशासनिक सुधार एवं पारदर्शिता को लाना होता है। आज मध्य प्रदेश सहित संपूर्ण भारत में भ्रष्टाचार एक प्रमुख मुद्दा बन गया है। कोई भी व्यक्ति अपना कार्य ईमानदारी से करना ही नहीं चाहता। पूरी दुनिया में सुशासन तब तक नहीं लाया जा सकता जब तक किसी भी देश में भ्रष्टाचार पूरी तरह से समाप्त न कर दिया जाए ठीक इसी तरह पूरी दुनिया में विश्व शांति का मार्ग कब तक प्रशस्त नहीं हो सकता जब तक कि भ्रष्टाचार समाप्त नहीं हो जाता। विश्व शांति की प्राथमिक शर्त भ्रष्टाचार को समाप्त करना है। राष्ट्रीय सुशासन दिवस के दिन यह संकल्प लिया जाता है कि जिस तरह भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने अपने राजनीतिक एवं प्रशासनिक जीवन में राजनीतिक सुचिता एवं ईमानदारी का जो परचम लहराया था आज पूरी दुनिया में उनका अनुसरण किया जाना चाहिए। पंडित जी ने राजनीतिक जीवन में एवं प्रशासनिक कार्यकाल में जो उच्चतर मानदंड स्थापित किए थे आज तक उसकी कोई भी बराबरी नहीं कर पाया इसीलिए राष्ट्रीय सुशासन दिवस उनके जन्मदिन के सम्मान में मनाया जाता है। देश की विधायिका कार्यपालिका एवं न्यायपालिका के क्षेत्र में ऐसे ही स्वर्णिम व्यवस्था एवं पारदर्शी कार्य प्रणाली की आवश्यकता है जो व्यवस्था को एक नया स्वरूप प्रदान कर सके। पूर्व प्रधानमंत्री पंडित अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिन के अवसर पर हम सभी को संकल्प लेना चाहिए कि पूरे देश के संपूर्ण स्तर पर भ्रष्टाचार को समाप्त करके सुशासन की स्थापना की जा सके। निजी क्षेत्र से लेकर सार्वजनिक क्षेत्र एवं सरकारी क्षेत्र में आज सबसे बड़ी जरूरत सुशासन की है जिसके बिना कार्यपालिका विधायिका एवं न्यायपालिका अपना कार्य समुचित ढंग से नहीं कर पाती हैं। यही कारण है कि 25 दिसंबर के दिन पूरे देश में राष्ट्रीय सुशासन दिवस पूरी धूमधाम के साथ मनाया जाता है।

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