नए संसद भवन में सेंगोल स्थापित किया जाएगा
नईदिल्ली [ महामीडिया] जब संसद के नए भवन का उद्घाटन किया जाएगा, तब उस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सेंगोल भी सौंप जाएगा। आजादी के अमृत महोत्सव पर दिल्ली में अमित शाह ने यह बात कही । अमित शाह ने बताया कि सेंगोल अंग्रेजों से सत्ता मिलने का प्रतीक है। 14 अगस्त 1947 को पं. जवाहरलाल नेहरू को सेंगोल (दूसरे शब्दों में इसे राजदंड भी कहा जा सकता है) सौंपा गया था। तब लॉर्ड माउंट बैटेन ने पंडित नेहरू से सत्ता के हस्तांतरण की प्रक्रिया के बारे में पूछा, तो सी राजगोपालचारी ने सेंगोल की परंपरा के बारे में बताया था। इस तरह से सेंगोल की प्रक्रिया तय हुई थी। तब भी तमिलनाडु से पवित्र सेंगोल लाया गया था। इस बार भी सेंगोल तमिलनाडु से आएगा। बकौल अधिकांश नागरिकों को सेंगोल के बारे में जानकारी नहीं है। सेंगोल सत्ता के हस्तांतरण का प्रतीक है। इतने साल तक यह जानकारी आम जनता से छिपाई गई। पीएम मोदी को जब इस बारे में पता चला तो उन्होंने पड़ताल करवाई और देश के सामने पूरा विवरण रखने का फैसला किया गया।पवित्र सेंगोल तमिलनाडु से लाया जाएगा। उद्घाटन से समय प्रधानमंत्री मोदी को सौंपा जाएगा और फिर इसे अध्यक्ष के आसन के पास रखा जाएगा। सेंगोल के शीर्ष पर नंदी विराजमान है।