मकर संक्रांति में गंगा स्नान की परंपरा

मकर संक्रांति में गंगा स्नान की परंपरा

वाराणसी [ महामीडिया]  वाराणसी में मकर संक्रांति पर देशभर से लाखों श्रद्धालु गंगा स्नान और काशी विश्वनाश के दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इस दिन किए गए गंगा स्नान से श्रद्धालुओं को अक्षय पुण्य मिलता है। संक्रांति पर काशी में पतंगबाजी भी होती है।इस साल मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी 2025 को मनाया जाएगा।  जब सूर्य धनु राशि से निकलकर मकर राशि में गोचर यानी प्रवेश करते हैं तब मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाता है वहीं सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करते ही खरमास का महीना भी खत्म हो जाएगा। मकर संक्रांति पर पतंग उड़ानें की परंपरा भगवान राम से जुडी हुई है. कहा जाता हैं की भगवन राम ने पतंग उड़ाई थी और वह इंद्रलोक मैं चली गयी थी तब से आजतक लोग पतंग बाज़ी का आन्नद लेते आ रहे हैं ।

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