तीज-त्यौहारः रंग पंचमी तिथि, पूजा मुहूर्त एवं धार्मिक महत्व

तीज-त्यौहारः रंग पंचमी तिथि, पूजा मुहूर्त एवं धार्मिक महत्व

भोपाल (महामीडिया) हिन्दू कैलेंडर के अनुसार, हर साल चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को रंग पंचमी का उत्सव मनाया जाता है. रंग पंचमी मंगलवार को है. होली के पांचवे दिन रंग पंचमी मनाई जाती है. फाल्गुन पूर्णिमा की रात होलिका दहन होता है और चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि को रंगवाली होली खेली जाती है. उसके पांचवे दिन रंगों का उत्सव रंग पंचमी आती है. मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में धूमधाम से रंग पंचमी मनाई जाती है. यहां पर होली से ज्यादा रंग पंचमी की धूम होती है. जानते हैं रंग पंचमी की तिथि, पूजा मुहूर्त एवं महत्व के बारे में.
रंग पंचमी 2022 तिथि एवं पूजा मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, इस वर्ष चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि का प्रारंभ 22 मार्च दिन मंगलवार को प्रात: 06 बजकर 24 मिनट पर हो रहा है. यह तिथि अगले दिन 23 मार्च बुधवार को प्रात: 04 बजकर 21 मिनट पर समाप्त हो रही है. ऐसे में रंग पंचमी 22 मार्च को मनाई जाएगी.
रंग पंचमी के दिन का शुभ मुहूर्त दोपहर 12 बजकर 06 मिनट से दोपहर 12 बजकर 54 मिनट तक है. इस दिन पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र देर रात 12 बजकर 34 मिनट तक है.
रंग पंचमी का महत्व
रंग पंचमी का दिन देवी देवताओं की पूजा के लिए समर्पित होता है. इस दिन लोग रंग एवं गुलाल एक दूसरे को लगाते हैं. उन रंग गुलाल को आसमान की ओर भी उड़ाया जाता है. ऐसा करने से अपने आसपास सकारात्मकता का संचार होता है. रंग पंचमी देवी देवताओं के आह्वान के लिए होता है. रंग पंचमी के दिन श्रीकृष्ण मंदिरों में बाल गोपाल को रंग गुलाल अर्पित करते है.
कहा जाता है कि फाल्गुन पूर्णिमा को होलिका दहन करते हैं, तो उसके अगले 5 दिनों तक उसकी आग को शांत होने के लिए छोड़ देते हैं. ऐसा करने से नकारात्मक शक्तियों का नाश होता है. जब वे संपूर्ण रुप से नष्ट हो जाती हैं, तो उसकी खुशी में रंग पंचमी मनाई जाती है.
 

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