न्यायपालिका को लोगों तक न्याय पहुँचाना होगा : जस्टिस सुर्य कांत 

न्यायपालिका को लोगों तक न्याय पहुँचाना होगा : जस्टिस सुर्य कांत 

गुवाहाटी [महामीडिया] राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यकारी अध्यक्ष जस्टिस सुर्य कांत ने शनिवार को कहा कि देश की न्याय प्रणाली को केवल अदालतों तक सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि इसे उन लोगों के जीवन तक पहुँचना चाहिए जो हाशिए पर है। गुवाहाटी के सोनापुर में आयोजित सम्मेलन के उद्घाटन संबोधन में जस्टिस सुर्य कांत ने कहा कि यह कार्यक्रम केवल उद्घाटन नहीं है बल्कि यह इस बात की पुष्टि है कि हमारा न्याय के प्रति संकल्प उस स्थान तक पहुँचना चाहिए जहां यह धीमे से पहुँच पाया है चाय बागानों और सीमा क्षेत्रों तक। उन्होंने कहा कि सम्मेलन की सफलता भाषणों या प्रस्तावों की संख्या से नहीं, बल्कि वास्तविक परिणामों से मापी जाएगी। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि सफलता तब मानी जाएगी जब बिहार में कोई बच्चा समय से पहले शादी से बचा हो, नागालैंड में कोई युवा नशे से बाहर निकला हो, ओड़िशा में कोई जनजातीय परिवार अपने जंगल के अधिकार सुरक्षित कर पाया हो या असम में किसी चाय मजदूर की बेटी शिक्षित और पोषित हो। जस्टिस ने कहा कि एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय और तकनीक का उपयोग आवश्यक है ताकि दूरदराज के क्षेत्रों तक कानूनी सहायता पहुँच सके लेकिन तकनीक केवल पुल का काम करे विकल्प नहीं।
 

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