सरसों की साग और मक्का की रोटी स्ट्रीट फ़ूड बनी

सरसों की साग और मक्का की रोटी स्ट्रीट फ़ूड बनी

भोपाल [ महामीडिया] सरसों के साग व मक्का की रोटी की बात भर ही छेड़ दे तो स्वाद ग्रंथियां इतनी तेजी से सक्रिय हो जाती हैं मानों स्वाद का पिटारा खोल दिया हो। मतलब जब तक उसे खा नहीं लिया जाए तब तक चैन नहीं आता। ऐसे में अगर गर्मागर्म चटपटी सरसों के साग को मक्का की रोटी, गुड़ और सलाद के साथ परोस दिया जाए तो मानों स्वाद का खजाना हाथ लग गया हो। यह व्यंजन मूलत: तो पंजाब का है पर सच तो यह है कि इसके स्वाद, रंगत और महक ने भारत ही नहीं विदेश को भी अपना दीवाना बना लिया है। ऐसे में इसके स्वाद से म.प्र.कैसे अछूता रह सकता है आखिर म.प्र.को स्वाद की राजधानी भी तो कहा जाता है। हां, यह जरूर है कि पंजाब के इस पारंपरिक व्यंजन को कुछ अपने अंदाज से तैयार किया और परोसा है। चूल्हे पर पीतल व मिट्टी के बरतन में बनाई जाने वाली साग अब म.प्र.के स्ट्रीट फूड का भी हिस्सा बन गई है। इस जायके का लुत्फ सर्दी में लिया जा सकता है और वह भी पंजाब के अंदाज में। पंजाब में जहां सरसों का साग सरसों के तेल में बनाया जाता है, वहीं में इसे मूंगफली के तेल में बनाया जा रहा है और दो तरह की ग्रेवी से इसकी लज्जत बढ़ाई जा रही है। तेल में बड़ी इलायची, तेजपत्ता, दालचीनी, जायफल आदि खड़े मसालों के साथ प्याज, लहसुन, हरीमिर्च, टमाटर के अलावा पिसे मसाले डालकर उसमें साग डाली जाती है। इसे और भी जायकेदार बनाने के लिए प्याज, टमाटर, लहसुन और अदरक से तैयार ग्रेवी को दोबारा मिलाया जाता है। साग को परोसते वक्त उसमें देसी घी और मक्खन भी डाला जाता है । जिससे पंजाबी व्यंजन प्रदेश का जायकेदार व्यंजन बन जाता है । 

सम्बंधित ख़बरें