भारत में दत्तक ग्रहण की प्रक्रिया को तेज करना होगा
नईदिल्ली [ महामीडिया] भारत में दत्तक ग्रहण की प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर देरी हो रही है। 2023 तक पोर्टल पर 33,967 संभावित दत्तक माता-पिता पंजीकृत थे, जबकि केवल 7,107 बच्चे दत्तक ग्रहण के लिए उपलब्ध थे। इन बच्चों में से 5,656 बच्चे सामान्य श्रेणी में थे और 1,451 बच्चे विशेष आवश्यकताओं वाले थे। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि दत्तक ग्रहण के लिए पंजीकृत माता-पिता और उपलब्ध बच्चों के बीच भारी अंतर है, जिससे प्रक्रिया में और भी देरी होती है। इस मामले में, सुप्रीम कोर्ट ने किशोर न्याय अधिनियम और दत्तक ग्रहण विनियम के प्रावधानों पर गहन विचार किया। इन कानूनी प्रावधानों के तहत, उन बच्चों के लिए दत्तक ग्रहण की प्रक्रिया निर्धारित की गई है जो अनाथ, परित्यक्त, या समर्पित होते हैं।