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विकसित भारत के प्रयास में और ऊर्जा भरने का अवसर : मोदी
मुंबई [महा मीडिया] संसद का शीतकालीन सत्र शुरू हो गया है। सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने मीडिया से बात की। इस दौरान उन्होंने कहा की भारत ने यह सिद्ध किया है कि डेमोक्रेसी कैन डिलीवर। इसलिए यह सत्र विकसित भारत के प्रयास में और ऊर्जा भरने का अवसर है। विपक्ष पराजय की निराशा से बाहर निकलकर आए और मजबूत मुद्दे उठाए। उन्होंने कहा कि यह सत्र विजय के अहंकार का मैदान नहीं बनना चाहिए। नई पीढ़ी के सदस्यों को अनुभव का लाभ मिलना चाहिए। यहां ड्रामा नहीं डिलीवरी होनी चाहिए, राष्ट्रनीति पर बात होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत की ऊर्जा महत्वाकांक्षाएं पांच स्तंभों पर टिकी हैं संसाधनों का दोहन, प्रतिभाशाली दिमागों के बीच नवाचार को प्रोत्साहित करना, आर्थिक मजबूती और राजनीतिक स्थिरता, ऊर्जा व्यापार को आकर्षक और आसान बनाने वाली रणनीतिक भौगोलिक स्थिति और वैश्विक स्थिरता के प्रति प्रतिबद्धता। पीएम मोदी ने कहा कि ये कारक भारत के ऊर्जा क्षेत्र में नए अवसर पैदा कर रहे हैं। उन्होंने भविष्यवाणी की कि अगले दो दशक एक विकसित भारत के लिए महत्वपूर्ण हैं और अगले पांच वर्षों में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की जाएंगी। लोकसभा में कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा किया और कई सांसद वेल तक पहुंच गए। इसके बाद स्पीकर ओम बिरला ने कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी।