सिहंस्थ महाकुंभ का ज्योतिषीय गणित
उज्जैन [ महामीडिया] प्रयागराज में महाकुंभ मेले की पावन शुरुआत हो चुकी है जिसका समापन 26 फरवरी, 2025 को होगा। इस पावन मेले में भारी तदाद में साधु-संत और श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। कहते हैं कि इस शुभ मौके पर त्रिवेणी तट पर पवित्र डुबकी लगाने से जन्मों जन्म के पापों से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही शुभ फलों की प्राप्ति होती है। महाकुंभ की भव्यता को देखकर आज हर कोई हैरान है। कुंभ मेला भारत के चार प्रमुख शहर हरिद्वार, नासिक, प्रयागराज और उज्जैन में लगता है। महाकुंभ के साथ अब अगले कुंभ यानी सिंहस्थ कुंभ पर भी चर्चा शुरू हो गई है ।ज्योतिष शास्त्र में इसका संबंध सिंह राशि से है। कहते हैं कि जब बृहस्पति सिंह राशि में और सूर्य मेष राशि में होता है तब इन स्थानों पर सिंहस्थ कुंभ का आयोजन किया जाता है जिनका अपना महत्व है। साल 2028 में 27 मार्च से 27 मई तक उज्जैन में सिंहस्थ कुंभ लगेगा जिसका इंतजार सभी भक्तों को हैं।