आज महा सप्तमी से दुर्गा पूजा शुरू

आज महा सप्तमी से दुर्गा पूजा शुरू

नई दिल्ली (महामीडिया): आज नवरात्रि का सातवां दिन महा सप्‍तमी है। यह दुर्गा पूजा की शुरुआत का प्रतीक है। सप्तमी के सबसे महत्वपूर्ण अनुष्ठानों में से एक है- कलबाऊ या नव पत्रिका स्नान जिसका दुर्गा पूजा समारोह में विशेष महत्‍व है।
महा सप्तमी हमें याद दिलाती है कि आंतरिक शक्ति और साहस से नकारात्मकता पर विजय प्राप्त की जा सकती है। यह केवल एक धार्मिक अनुष्ठान ही नहीं है, बल्कि दृढ़ता और ईश्वर में अटूट विश्वास का उत्सव है।

नवरात्रि के पावन अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज सोमवार को देवी कालरात्रि की पूजा-अर्चना की। उन्होंने सभी नागरिकों के कल्याण और उत्थान के लिए उनसे दिव्य आशीर्वाद की प्रार्थना की।

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर भारतीय संगीतकार और गायक द्विजेन मुखर्जी का ‘जागो दुर्गा दशप्रहरणधारिणी’ भक्ति गीत साझा किया है। एक संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा, “देवी मां के चरणों में नमन और वंदन! उनसे कामना है कि सभी के दुखों को दूर कर उनके जीवन में नए तेज का संचार करें। देवी माता के आशीर्वाद से सबका कल्याण हो।”

‘कालरात्रि’ नाम ‘काल’, जिसका अर्थ है समय या मृत्यु, और ‘रात्रि’, जिसका अर्थ है रात या अंधकार या अज्ञान, का मिश्रण है। इस प्रकार, कालरात्रि उस शक्ति का प्रतीक है जो अंधकार का अंत करती है, तथा प्रकाश और ज्ञान के उदय का प्रतीक है। देवी मां कालरात्रि को सबसे भयानक स्वरूप माना जाता है और उनका श्याम वर्ण उनके तीव्र और अडिग स्वभाव का प्रतीक है। मां कालरात्रि को चार भुजाओं से युक्त दर्शाया गया है और वे भय और सुरक्षा दोनों का प्रतीक हैं।

उनके ऊपरी दाहिने हाथ से भक्तों को वरदान प्राप्त होते हैं और निचले दाहिने हाथ से सुरक्षा और निर्भयता प्राप्त होती है। उनके ऊपरी बाएं हाथ में तलवार और निचले बाएं हाथ में लोहे का गदा है, जिससे वे बुरी शक्तियों का नाश करती हैं। पूरे देश में नवरात्रि बड़ी श्रद्धा के साथ मनाई जा रही है। हजारों की संख्या में भक्त विभिन्न मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए उमड़ रहे हैं।

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