
माँ शारदा शक्ति पीठ मैहर में श्रद्धालुओं का ताँता
मैहर [ महामीडिया] चैत्र नवरात्रि के अवसर पर माँ शारदा शक्ति पीठ मैहर में श्रद्धालुओं का ताँता लगा हुआ है । बुद्धि की देवी मा शारदा के दर्शन और पूजा के लिए लम्बी लम्बी कतारें लगी हुयी हैं । पवित्र मा शारदा मंदिर मध्य प्रदेश के सतना जिले के मैहर में स्थित है। यह स्थान सड़क और ट्रेन मार्ग से जुड़ा हुआ है। मैहर में त्रिकूट पर्वत श्रृंखला पर विराजमान मां शारदा देवी की महिमा अलौकिक है. यह मंदिर देश के 52 शक्तिपीठों में से एक है. यहां नवरात्रि के 9 दिन भक्तों का तांता लगा रहता है. लाखों की तादाद में यहां श्रद्धालु माता के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं.कटनी जिला मुख्यालय से अनुमानित दूरी 63 किलोमीटर है मंदिर त्रिचूट पर्वत पर 600 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। तीर्थस्थल तक पहुंचने के लिए 686 सीढ़ियों पर चढ़ना होता है। मंदिर का प्रबंधन माँ शारदा प्रबंधक समिति द्वारा किया जाता है। जिला कलेक्टर की अध्यक्षता वाली समिति ने देश भर से मंदिर में आने वाले तीर्थयात्रियों और भक्तों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए महत्वपूर्ण कार्य किया है। सड़क मार्ग पहाड़ पर बनाया गया है ताकि वाहन को पहाड़ी के ऊपर ले जाया जा सके। मध्यप्रदेश के सतना जिले में मौजूद मैहर की माता शारदा मंदिर का नाम तो आपने सुना ही होगा। इस मंदिर के ऐसे कई चमत्कार हैं, जिसके चलते देश दुनिया से कई लोग माता के दर्शन करने यहां आते हैं। मान्यता है कि मंदिर का जब पट बंद हो जाता है और सभी पुजारी और भक्त पहाड़ के नीचे चले आते हैं एवं वहां पर कोई नहीं रहता। उस वक्त मंदिर के भीतर आल्हा और ऊदल अदृश्य रूप में माता की पूजा करने के लिए आते हैं।सुबह जब मंदिर का पट खुलता है, उस वक्त मां की पूजा हो चुकी होती है। आल्हा और उदल मां शारदा के परम भक्त थे। उन्होंने मां के इस पवित्र स्थल की खोजी की थी। दोनों भाइयों ने 12 साल तक कठोर तपस्या की। इससे मां काफी खुश हुईं और उनको अमरत्व का वरदान दिया। मान्यता कहती है कि दोनों भाइयों ने माता के समक्ष अपनी जीभ को अर्पण कर दिया था, पर माता ने उसे लेने से मना कर दिया। हिंदू पौराणिक ग्रंथों के अनुसार मैहर उन्हीं 51 शक्तिपीठों में एक है।और यह शक्तिपीठ मां शारदा के नाम से है। कहा जाता है कि यहां पर मां सती का हार गिरा था। मां शारदा का ये पावन धाम मध्य प्रदेश के त्रिकूट पर्वत पर स्थित है। हमारी संस्कृति में मां शारदा को बुद्धि की देवी कहा गया है।