
भारत से कई चीनी इंजीनियर वापस लौटे
मुंबई [महामीडिया] भारत को ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की कोशिशों को झटका लग सकता है क्योंकि चीन अब अपने तकनीकी एक्सपर्ट्स और आधुनिक टेक्नोलॉजी को बाहर भेजने पर चुपचाप रोक लगा रहा है। इस नई रणनीति का असर भारत में एप्पल के सबसे बड़े कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर फॉक्सकॉन पर साफ दिख रहा है जहां से 300 से ज्यादा चीनी इंजीनियर और टेक्नीशियन चुपचाप चीन लौट चुके हैं एक रिपोर्ट के अनुसार चीन ने इस साल की शुरुआत में ही यह ‘संकेत’ दे दिया था कि वह भारत और वियतनाम जैसे देशों में टैलेंट और टेक्नोलॉजी का ट्रांसफर न होने दें। यह प्रतिबंध भले ही आधिकारिक नहीं हैं लेकिन इन्हें “साइलेंट सैंक्शन” माना जा रहा है। तमिलनाडु और कर्नाटक में मौजूद फॉक्सकॉन की फैक्ट्रियों से पिछले दो महीनों में 300 से ज्यादा चीनी इंजीनियर वापस लौट चुके हैं। इनमें से ज़्यादातर एक्सपर्ट भारत में iPhone प्रोडक्शन लाइन को तेज़ी से खड़ा करने और स्थानीय वर्कर्स को ट्रेनिंग देने के लिए लाए गए थे।