आरएसएस सुप्रीमो ने नई आर्थिक मॉडल की जरूरत बताई

आरएसएस सुप्रीमो ने नई आर्थिक मॉडल की जरूरत बताई

नागपुर [महामीडिया] राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा कि हमें अपने आर्थिक दर्शन पर आधारित एक नया आर्थिक मॉडल बनाना होगा। स्वदेशी तथा स्वावलंबन का कोई विकल्प नहीं है। आरएसएस के शताब्दी वर्ष और विजयादशमी उत्सव पर आज गुरुवार को नागपुर में अपने संबोधन में डॉ. भागवत ने कहा ”विश्व परस्पर निर्भरता पर जीता है । परंतु स्वयं आत्मनिर्भर होकर, विश्व जीवन की एकता को ध्यान में रखकर हम इस परस्पर निर्भरता को अपनी मजबूरी न बनने देते हुए अपने स्वेच्छा से जिएं ऐसा हमको बनना पड़ेगा। उन्होंने कहा स्वदेशी एवं स्वावलंबन का कोई पर्याय नहीं है।”

 

आरएसएस के विजयादशमी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत के पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद थे। संघ वर्तमान में देश भर में अपना शताब्दी समारोह आयोजित कर रहा है और उन समारोहों के एक भाग के रूप में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में भाग लिया और विशेष रूप से डिजाइन किया गया डाक टिकट और 100 रुपये का स्मारक सिक्का जारी किया है।

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