ओंकारेश्वर में आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित  

ओंकारेश्वर में आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा स्थापित  

ओंकारेश्वर [ महामीडिया] ओंकारेश्वर में एकात्म धाम में आचार्य शंकर की 108 फीट ऊंची बहुधातु प्रतिमा के अनावरण मुख्यमंत्री शिवराज चौहान गुरुवार को किया । दोपहर 12 .26 बजे लिफ्ट से ऊपर पहुंच कर आदि गुरु के चरणों मे पुष्प अर्पित किए। इसके पूर्व ओंकार पर्वत पर आदिगुरु शंकराचार्य की प्रतिमा के शुद्धिकरण के लिए आयोजित धार्मिक आयोजनों में शामिल हुए। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में वैदिक रीति से 21 कुंडीय हवन और पूजन की पूर्णाहुति हुई ।यहां से ओंकार मान्धाता पर्वत पर 11 से 21 सितंबर तक उत्तरकाशी के स्वामी ब्रह्मेन्द्रानंद तथा 32 सन्यासियों द्वारा किए जा रहे प्रस्थानत्रय भाष्य पारायण व हवनकुंड में शामिल हुए। उनके साथ पत्नी साधना सिंह सहित अन्य अतिथि थे। ओंकार पर्वत पर पहुंचने पर केरल सहित अन्य प्रदेशों के कलाकारों ने परंपरागत शैली में आगवानी की। इस मौके पर संतों और सन्यासियों महामंडलेश्वर आदि में परिक्रमा भी की। ओंकारेश्वर आचार्य शंकर की ज्ञान भूमि और गुरु भूमि है। यहीं उनको अपने गुरु गोविंद भगवत्पाद मिले और यहीं 4 वर्ष रहकर उन्होंने विद्या अध्ययन किया। 12 वर्ष की आयु में ओंकारेश्वर से ही अखंड भारत में वेदांत के लोकव्यापीकरण के लिए प्रस्थान किया। इसलिए ओम्कारेश्वर के मान्धाता पर्वत पर 12 वर्ष के आचार्य शंकर की प्रतिमा की स्थापना की जा रही है। खंडवा के ओंकारेश्वर पर्वत पर ओंकार पर्वत पर भोजन शाला में मुख्यमंत्री शिवराज चौहान और पत्नी साधना सिंह ने संत महात्माओं को भोजन प्रसादी परोसी ।

सम्बंधित ख़बरें