
कॉलरा के टीके का सफल परीक्षण
भोपाल [महामीडिया] कॉलरा वैक्सीन हिल्चोल ने चरण III का नैदानिक परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। यह ओगावा और इनाबा दोनों सीरोटाइप के विरुद्ध प्रभावी साबित हुआ है जो स्वस्थ भारतीय वयस्कों और बच्चों में अप्रतिगामी होने की पुष्टि करता है। कॉलरा वैक्सीन की वैश्विक मांग लगभग 100 मिलियन डोज प्रति वर्ष है और चूंकि केवल एक निर्माता इसे प्रदान करता है इसीलिए वैश्विक कमी बनी हुई है । इसीलिए भारत बायोटेक इसका परीक्षण करके उत्पादन शुरू करना चाहता है।