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मार्गशीर्ष मास में शंख पूजन की परंपरा
भोपाल [महामीडिया] आज मार्गशीर्ष मास का दूसरा दिन है। यह महीना 4 दिसंबर तक रहेगा। मार्गशीर्ष को अगहन मास भी कहते हैं। अगहन मास धर्म-कर्म के साथ ही सेहत के नजरिए से भी बहुत खास है। इन दिनों में रोज सुबह जल्दी उठना चाहिए, ध्यान और योग-प्राणायाम करना चाहिए। मार्गशीर्ष मास श्रीकृष्ण का ही स्वरूप है। श्रीमद् भागवत गीता में श्रीकृष्ण ने स्वयं मार्गशीर्ष को अपना स्वरूप बताया है। इस महीने में किए गए पूजा-पाठ, योग-प्राणायाम से धर्म लाभ के साथ ही सकारात्मकता और शांति मिलती है।