रागी एक कैल्शियम युक्त विंटर फूड
भोपाल [ महामीडिया ] सर्दियों के लिहाज से देखा जाए तो रागी एक शानदार विंटर फूड है। रागी में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, इस कारण से यह अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में धीमी गति से पचता और टूटता है। रागी में फाइबर कंटेंट बहुत ज्यादा होता है। इसके अलावा विटामिन और मिनरल्स भी इसमें काफी पाए जाते हैं। इसके अलावा रागी में कार्बोहाइड्रेट भी काफी पाया जाता है। रागी के संतुलित सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल और सोडियम का अच्छा स्तर होता है, जो हार्ट हेल्थ को बढ़ावा देता है। रागी में अमीनो एसिड जैसे ल्यूसीन, आइसोल्यूशन, फेनिल एलानिन, मेथिओनाइन आदि भी पाए जाते हैं तो शरीर को फायदा पहुंचाते हैं।रागी को संतुलित मात्रा में खाने से पाचन में भी सुधार होता है। इसे खाने के बाद पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस होता है। सर्दियों में पेट खराब होना या ऐंठन जैसी समस्या से छुटकारा मिलता है। इसके अलावा रागी कब्ज, अपच, गैस व एसिडिटी की समस्या को भी दूर करता है।रागी का सेवन सुबह के समय करना ज्यादा फायदा होता है। रागी को रात में खाने से बचना चाहिए। रागी के ज्यादा सेवन करने से शरीर में पोटेशियम का स्तर बढ़ सकता है और शरीर में झुनझुनी, मतली और सीने में दर्द जैसी समस्या हो सकती है। रागी के बीजों की परत फेनोलिक एसिड और फ्लेवोनोइड्स से बनी होती है, जिसमें एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-एजिंग गुण होते हैं। रागी में कैल्शियम की पर्याप्त मात्रा होती है। 100 ग्राम रागी में 344 मिलीग्राम कैल्शियम होता है, ऐसे में यह हड्डियों को मजबूत करने में भी फायदा पहुंचाता है।