तीज-त्यौहारः रूप चतुर्दशी है आज

तीज-त्यौहारः रूप चतुर्दशी है आज

भोपाल (महामीडिया) सौंदर्य की कामना से श्रीहरि विष्णु, शत्रु पर विजय के लिए मां काली और अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति के लिए यम पूजन पांच दिनी दीप पर्व के आज दूसरे दिन रूप चतुर्दशी का त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन को नरक चतुर्दशी, छोटी दीपावली जैसे नामों से जाना जाता है. रूप चतुर्दशी के दिन घर की साफ सफाई करके देवी अलक्ष्मी को घर से विदा किया जाता है. मान्यता है कि इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध करके 16,100 कन्याओं को उसके चंगुल से मुक्त कराया था. इस पर्व को रूप चौदस भी कहते हैं.
रूप चतुर्दशी पर 75 साल बाद एक अनूठी स्थिति बन रही है. ज्योतिषाचार्यों की मानें तो इससे पहले ये योग 1946 में बना था. इस विशेष योग के कारण पर्व का दीपदान और अभ्यंग स्नान दोनों अलग-अलग दिन होगा. यह स्थिति चतुर्दशी तिथि के क्षय होने के चलते बनी है. सूर्योदय से पूर्व होने वाले अभ्यंग स्नान के लिए चतुर्दशी तिथि 4 नवंबर को दीपावली के दिन रहेगी.
अलग—अलग होगी चतुर्दशी
वैसे तो चतुर्दशी तिथि की शुरुआत आज सुबह 9.02 बजे से शुरू हो चुकी है. जो अगले दिन 4 नवंबर को सुबह 6.03 बजे तक रहेगी. चूंकि यह तिथि सूर्योदय के बाद शुरू हो रही है जिसके चलते 3 नवंबर को चतुर्दशी के दिन होने वाले पूजन कर्म तो किए जा सकेंगे. 3 नवंबर को हस्त नक्षत्र सुबह 9.58 बजे तक रहेगा. इसके बाद चित्रा नक्षत्र लगेगा. इसके बाद शाम को यमराज को प्रसन्न करने के लिए दीपदान होगा. 
4 नवंबर को अभ्यंग स्नान का मुहूर्त –
सुबह 5.47 से सुबह 6.02 बजे तक।
3 नवंबर को दीपदान 
शाम 05.41 से 07.49 बजे तक।
3 नवंबर चौघडियानुसार मुहूर्त —
लाभ — सुबह 06.33 मि. से 07.57 बजे तक।
अमृत — सुबह 07.58 से 09.20 बजे तक।
शुभ — दोपहर 12.07 से 01.31 बजे तक।
चर — दोपहर 02.54 से शाम 04.18 बजे तक।
लाभ — शाम 04.19 से शाम 05.41 बजे तक।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस दिन हर व्यक्ति को तीन काम जरूर करने चाहिए. 
घर से कबाड़ बाहर निकालें
नरक चौदस के दिन घर की अच्छे से साफ सफाई करनी चाहिए. इस दिन घर के हर कोने की सफाई करें और घर का सारा कबाड़ बाहर निकाल दें. घर में रखे खाली पेंट के डिब्‍बे, रद्दी, टूटे-फूटे कांच या धातु के टूटे या चटके बर्तन आदि सारा सामान बाहर निकालना चाहिए. इसके अलावा अगर कहीं टूटा फर्नीचर या सजावटी सामान हो तो उसे भी घर से बाहर निकाल दें. माता लक्ष्मी के आगमन के लिए घर के वातावरण को स्वच्छ रखना जरूरी है.
शरीर पर तेल और उबटन लगाना
घर के हर सदस्य को उबटन आदि लगाकर शरीर की अच्छी तरह सफाई करनी चाहिए. माना जाता है कि इस दिन उबटन लगाने और शरीर पर तेल मालिश करने से सौंदर्य और सौभाग्य की प्राप्ति होती है.
यमदीप जलाना
नरक चौदस के दिन शाम के समय चार बत्‍ती वाला मिट्टी का दीपक जलाना चाहिए. ये दीपक यमराज को समर्पित होता है. मान्यता है कि इसे जलाने से अकाल मृत्यु और नरक की यातनाओं से मुक्ति मिलती है. इस दीपक को घर के मुख्य द्वार पर नाली या कूड़े के ढेर के पास रखें. जब तक ये दीपक जले, इस पर निगरानी रखें. दीपक विदा होने के बाद इसे घर के अंदर लाकर रख लें. छोटी दीवाली के दिन 14 दिये जलाने का भी महत्व माना जाता है. 
 

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