महर्षि ज्ञान युग दिवस 12 जनवरी को
भोपाल [ महामीडिया] भावातीत ध्यान योग के प्रणेता एवं चेतना वैज्ञानिक महर्षि महेश योगी जी का 108 वां शुभ जन्मदिवस 12 जनवरी 2025 को महर्षि ज्ञान युग दिवस के रूप में संपूर्ण विश्व में समारोह पूर्वक मनाया जाएगा। मुख्य आयोजन प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान "महर्षि आश्रम" में होगा।
तीर्थराज प्रयागराज में गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के पवित्र संगम के निकट स्थित महर्षि वेद विज्ञान विद्या के स्मारक-" महर्षि स्मारक "के भव्य परिसर में अनंत श्री विभूषित ज्योतिष पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी श्री वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज, बद्रिकाश्रम, हिमालय की दिव्य उपस्थिति में आयोजित किया जा रहा है। इस अवसर पर भारतीय संस्कृति एवं परंपराओं के माध्यम से विश्व शांति की स्थापना विषय पर एक संगोष्ठी भी आयोजित है यह उत्सव 12 जनवरी 20 25 को प्रयागराज के संगम पर स्थित महर्षि आश्रम में प्रातः 10:30 बजे से प्रारंभ होगा जिसमें श्री गुरु परंपरा पूजन, महर्षि वैदिक पंडितों द्वारा वैदिक शांति पाठ, संपूर्ण तथा वैदिक विद्वानों का सम्मान, भारत के महर्षि शैक्षणिक संस्थान समूह के माननीय अध्यक्ष वेद विद्या मार्तंड ब्रह्मचारी गिरीश जी का मुख्य संबोधन, महर्षि जी के 50 वर्षों के अनवरत कार्यो एवं वैश्विक उपलब्धियां पर आधारित वृत्त चित्र का प्रदर्शन और शंकराचार्य जी महाराज द्वारा दिव्य आशीर्वाद भी सम्मिलित होगा।
द्वितीय सत्र में वैदिक विद्वानों संतों और विभिन्न वैदिक विधाओं के विशेषज्ञों द्वारा संगोष्ठी के मुख्य विषय पर उद्बोधन आयोजित किए जाएंगे। 12 जनवरी को महर्षि ज्ञान युग दिवस के नवीन वर्ष के उद्घाटन के साथ-साथ यह उत्सव 13 जनवरी से प्रारंभ होने वाले भूतल पर सबसे बड़े ऐतिहासिक आध्यात्मिक समागम महाकुंभ 2025 से लेकर वैदिक पंचांग के सबसे शुभ दिनों में से एक महाशिवरात्रि 26 फरवरी 20 25 को पूर्ण होगा।
महाकुंभ की अवधि में महर्षि वैदिक पंडितों द्वारा रुद्राष्टाध्याई के 1331 जाप और हवन के साथ 31 अतिरुद्राभिषेक महायज्ञ किए जाएंगे जिसमें विश्व परिवार के सभी सदस्यों और पृथ्वी पर सभी सदस्यों के कल्याण ( सभी के लिए सुख, शांति ,प्रगति ,समृद्धि, उत्तम स्वास्थ्य, पूर्ण आनंद सभी इच्छाओं की पूर्ति ज्ञान और अजेयता ) का संकल्प लिया जाएगा। दोपहर में पारंगत कथावाचकों द्वारा एक-एक सप्ताह के लिए श्रीमद् भागवत महापुराण कथा, श्री शिव महापुराण कथा ,श्रीमद् देवी महापुराण कथा और श्री राम कथा का आयोजन किया जा रहा है। सायं काल में संपूर्ण भारतवर्ष के प्रतिष्ठित कलाकारों और महर्षि विद्या मंदिर विद्यालयों के चयनित शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा आध्यात्मिकता एवं देशभक्ति पर आधारित गीत, नृत्य एवं अभिनय तथा विभिन्न वाद्य यंत्रों के वादन, भारतीय शास्त्रीय संगीत गायन आदि की प्रस्तुति होगी। भावातीत ध्यान ,भावातीतध्यान -सिद्धि कार्यक्रम, यौगिक उड़ान सहित भावातीत ध्यान की उन्नत तकनीकों एवं महर्षि वैदिक विज्ञान का शिक्षण -प्रशिक्षण भी इस समागम के विभिन्न अंग होंगे। इसके साथ ही साथ ज्योतिष का निःशुल्क परामर्श विशेषज्ञों द्वारा यज्ञाअनुष्ठान संबंधी सुझाव और योग्य और अनुभवी वैद्यों द्वारा स्वास्थ्य जांच की भी व्यवस्था महर्षि आश्रम में उपलब्ध करवाई जा रही है। महर्षि जी के कार्यक्रमों और महर्षि वैदिक विज्ञान और प्रौद्योगिकियों के ज्ञान की जानकारी से जनमानस को अवगत कराने हेतु महर्षि आश्रम परिसर में बड़ी एलईडी स्क्रीन भी लगाई गई है। 12 जनवरी के भव्य समारोह एवं महाकुंभ 2025 की पूर्ण अवधि में आयोजित सभी कार्यक्रमों का सीधा प्रसारण किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि विभिन्न महर्षि संगठनों एवं संस्थाओं के सभी सदस्य महर्षि जी के आदर्शों एवं परंपराओं को तथा प्राचीन भारतीय साहित्य के पुनर्गठन एवं पुनर्स्थापना सहित विश्व को महर्षि वेद विज्ञान के सिद्धांतों और व्यावहारिक तकनीकियों से अवगत कराने के लिए और उनके महान योगदान को स्मरण करने हेतु इस दिवस को ज्ञान युग दिवस के रूप में मनाते हैं।