पौष अमावस्या पर चंद्र और सूर्य एक साथ

पौष अमावस्या पर चंद्र और सूर्य एक साथ

भोपाल [ महामीडिया] अमावस्या पर चंद्र और सूर्य एक साथ एक राशि में होते हैं। 30 दिसंबर को चंद्र-सूर्य धनु राशि में रहेंगे। सूर्य की वजह से चंद्र की स्थिति कमजोर हो जाती है। इस दिन सूर्य को जल चढ़ाने के साथ ही चंद्र देव की प्रतिमा की भी पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से कुंडली के चंद्र और सूर्य से जूड़े दोष शांत होते हैं। 30 दिसंबर को पौष मास का एक पक्ष पूरा हो जाएगा, इस दिन अमावस्या है। जब सोमवार को अमावस्या होती है से इसे सोमवती अमावस्या कहते हैं। इस तिथि पर देवी-देवताओं की पूजा करने के साथ ही पितरों के लिए धर्म-कर्म करने का महत्व है। इस साल पौष माह की अमावस्या तिथि 30 दिसंबर को सुबह 04 बजकर 01 मिनट पर शुरू होगी है। वहीं, इस तिथि का समापन 31 दिसंबर को सुबह 03 बजकर 56 मिनट पर होगा। पंचांग को देखते हुए 30 दिसंबर को पौष अमावस्या मनाई जाएगी। पौष अमावस्या के दिन सूर्य और चंद्रमा अपनी सीधी रेखा में रहते है यानि एक दूसरे के आमने सामने होते है. अमावस्या के दिन चंद्रमा 12 से 0 अंश तक चला जाता है। सोमवार के दिन अमावस्या होने के कारण इसे सोमवती अमावस्या कहते है ।

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