विश्व सांख्यिकी दिवस कल
कटनी [ महामीडिया] पूरी दुनिया में विश्व सांख्यिकी दिवस 20 अक्टूबर को प्रतिवर्ष मनाया जाता है। विकास एवं योजनाओं के क्रियान्वयन में सांख्यिकी की उपयोगिता किसी से छिपी नहीं है। सांख्यिकी के आंकड़ों के माध्यम से ही हम सही नीतियों के निर्माण के लिए प्रतिबद्ध होते हैं। योजनाओं की पृष्ठभूमि से लेकर जमीनी स्तर पर उसके क्रियान्वयन तक आंकड़ों एवं सांख्यिकी की भूमिका बेजोड़ है। बिना आंकड़ों एवं सांख्यिकी के विकास का कोई भी मानक तब तक तय नहीं किया जा सकता जब तक पूर्वलक्षित प्रारंभिक प्राकृत्थन उपलब्ध न हों। योजनाकारों से लेकर नीति निर्माताओं तक सभी को सांख्यिकी की आवश्यकता पड़ती है। यही कारण है कि आधुनिक युग में सांख्यिकी का महत्व दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। सांख्यिकी के इसी महत्व को निरूपित करने के लिए पूरी दुनिया में अंतर्राष्ट्रीय सांख्यिकी दिवस मनाया जाता है।
इस दिवस पर सांख्यिकी विज्ञान से जुड़े समस्त स्टेकहोल्डरो के योगदान को याद करके सम्मानित किया जाता है। एक समाजशास्त्री का कहना है कि "समाज विज्ञान की कोई भी उपविद्या बिना सांख्यिकी विज्ञान के अधूरी है । समाज विज्ञान की समस्त उपविधाओं में सांख्यिकी विज्ञान की उपयोगिता किसी से छिपी नहीं है। 50 के दशक में विधि विज्ञान की शाखा कराधान में सांख्यिकी का अत्यधिक महत्व था लेकिन आज तो विधि विज्ञान की कई आधुनिक शाखाओं में सांख्यिकी का महत्व दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है।"
विश्व सांख्यिकी दिवस भारत सहित विश्व के कई राष्ट्रों में पूरी धूमधाम से मनाया जाता है एवं इस दिन विकास में सांख्यिकीविदो के योगदान को मान्यता दी जाती है। विश्व सांख्यिकी दिवस सांख्यिकीय प्रणालियों में विश्वास, आधिकारिक डेटा, नवाचार और सार्वजनिक भलाई के महत्व को दर्शाता है।